कोविड के खिलाफ लड़ाई में ग्रामीण स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूत करने में जुटी सिंजेंटा
कोविड के खिलाफ लड़ाई में ग्रामीण स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूत करने में जुटी सिंजेंटा 15 राज्यों में 2000 मेडिकल बेड प्रदान किए कृषि क्षेत्र की प्रमुख कंपनी ग्रामीण अस्पतालों को टेस्ट किट पीपीई मास्क और सैनिटाइजर उपलब्ध कराकर भी मदद की
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। अपने कोविड सहायता कार्यक्रम के तहत देश की प्रमुख कृषि कंपनी सिंजेंटा इंडिया ने कोविड की दूसरी लहर के दौरान संस्थागत ग्रामीण स्वास्थ्य व्यवस्था के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने का संकल्प लिया है। कोविड की दूसरी लहर ने ग्रामीण क्षेत्रों को अत्यधिक प्रभावित किया है। अपने चल रहे सीएसआर कार्यक्रम के जरिये सिंजेंटा इंडिया ने 15 राज्यों के ग्रामीण क्षेत्रों में सरकारी अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों को 2,000 मेडिकल बेड वितरित किए हैं। अस्पताल में बिस्तरों की भारी कमी को देखते हुए कंपनी ने यह कदम उठाया।
इसके साथ ही कंपनी फ्रंटलाइन वर्कर्स, ग्रामीण अस्पतालों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को पीपीई किट, मास्क और सैनिटाइजर उपलब्ध कराकर भी लगातार मदद कर रही है।चादरों और तकियों के साथ बड़ी संख्या में मेडिकल बेड कंपनी द्वारा उपलब्ध कराने के साथ ग्रामीण और अस्थायी अस्पतालों को देशभर में परीक्षण में तेजी लाने के लिए हजारों रैपिड टेस्ट किट भी प्रदान किए गए हैं।
इस पहल के बारे में बात करते हुए सिंजेंटा इंडिया के प्रबंध निदेशक, राफेल डेल रियो ने कहा, “हम इस कठिन समय में किसानों और ग्रामीणों का समर्थन करने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में काम कर रहे सरकारी चिकित्सा अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में हैं। कोविड के मामलों की संख्या में अचानक वृद्धि के कारण अस्पताल में बेड की भारी कमी को देखते हुए, हमने तत्काल पूरे भारत में ग्रामीण अस्पतालों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में 2,000 बेड उपलब्ध कराने का निर्णय लिया। मेडिकल बेड, मास्क, ग्लव्स, पीपीई किट और सैनिटाइजर जैसे बुनियादी सुरक्षा उपकरण उपलब्ध कराने के अलावा हम चिकित्सा सामग्री व उपकरण निशुल्क मुहैया करा रहे हैं, जैसे ऑक्सीजन कंसंटेटर, बेड, टेस्टिंग किट आदि।
नौ क्षेत्रीय भाषाओं में किसान कॉल सेंटर के जरिए किसानों की भी मदद कर रही कंपनी
सिंजेंटा इंडिया इन विपरीत परिस्थिति के दौरान किसानों की मदद करने के लिए उन तक महत्वपूर्ण जानकारी और परामर्श भी लगातार पहुंचा रही है।कंपनी ने किसानों की सहायता के लिए एक विशेष किसान कॉल सेंटर स्थापित किया है। कॉल सेंटर नौ भारतीय क्षेत्रीय भाषाओं में जानकारी प्रदान कर रहा है। कॉल सेंटर के जरिये किसानों और उनके परिवार के सदस्यों को जरूरी जानकारी मुहैया कराने के साथ कोविड सहायता और मानसिक स्वास्थ्य के लिए कॉउंसलिंग की व्यवस्था की जाती है। हेल्पलाइन नंबर 1800-1-215-315 है।
सिंजेंटा इंडिया के चीफ सस्टेनेबिलिटी ऑफिसर डॉ. केसी रवि ने कहा, "ये मेडिकल बेड ग्रामीण क्षेत्रों के अस्पतालों में अधिक रोगियों को चिकित्सा मुहैया करने में मदद करेंगे। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड के मामलों की संख्या में अचानक आयी वृद्धि से जो बोझ बढ़ा है, वह कम होगा। हमारा ध्यान ग्रामीण स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूत करने में सहयोग करना है, ताकि वे लोगों की चिकित्सा आवश्यकता को पूरा कर सकें।"
वर्ष 2020 में, कोविड -19 महामारी की पहली लहर के दौरान ही सिंजेंटा ने राष्ट्रीय स्तर पर कोविड सहायता कार्यक्रम शुरू किया। सिंजेंटा के इन कार्यक्रमों से 1.5 मिलियन से अधिक किसान लाभान्वित हुए। पहली लहर के दौरान सिंजेंटा ने एक अनूठी पहल करते हुए लॉकडाउन के बीच किसानों को बाजार से जुड़ाव प्रदान कराया था। इस पहल ने किसानों को अपनी उपज का 2,442 मीट्रिक टन बेचने में मदद की, जिससे उन्हें 4.87 करोड़ रुपये की कमाई करने में मदद मिली।