उत्तर 24 परगना जिले के बैरकपुर वायुसेना स्टेशन में पहुंची स्वर्णिम विजय मशाल, दिया गार्ड ऑफ ऑनर
विजय मशाल रांची से कोलकाता होते हुए पास के उत्तर 24 परगना जिले के बैरकपुर पहुंची। बैरकपुर वायुसेना स्टेशन में विजय मशाल के पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया। वायुसेना स्टेशन के कमांडर ने सैन्य दल से विजय मशाल को रिसीव किया।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : 1971 के युद्ध में पाकिस्तान पर भारत की ऐतिहासिक जीत के 50 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में भारत सरकार व तीनों सशस्त्र सेनाएं स्वॢणम विजय वर्ष के रूप में मना रही है। इसके मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल 16 दिसंबर को विजय दिवस के मौके पर दिल्ली स्थित राष्ट्रीय युद्ध स्मारक से देश के अलग-अलग हिस्सों के लिए चार स्वॢणम विजय मशाल को रवाना किया था। इनमें से एक विजय मशाल रांची से कोलकाता होते हुए पास के उत्तर 24 परगना जिले के बैरकपुर पहुंची।
बैरकपुर वायुसेना स्टेशन में विजय मशाल के पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया। वायुसेना स्टेशन के कमांडर ने सैन्य दल से विजय मशाल को रिसीव किया। इसके बाद मशाल को लेकर पूरे वायुसेना स्टेशन परिसर में पांच से छह किलोमीटर तक परिभ्रमण किया गया, जिसमें वायुसेना के कर्मियों और बच्चों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। 1971 के युद्ध में जीत की प्रतीक विजय मशाल के आगमन पर यहां वायुसेना कर्मियों द्वारा एक औपचारिक गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया और 1971 के योद्धाओं को श्रद्धांजलि दी गई।
इस मौके पर वायुसेना स्कूल के बच्चों ने शानदार कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया। 1971 के युद्ध में भाग लेने वाले योद्धाओं व उनके परिजनों ने भी समारोह में भाग लिया और उन्हें सम्मानित किया गया। समारोह का समापन सैन्य दल को विजय मशाल सौंपने के साथ हुआ। इससे पहले विजय मशाल गुरुवार को बैरकपुर सैन्य स्टेशन पहुंचीं, जहां भव्य स्वागत किया गया। इससे पहले मंगलवार को विजय मसाल के कोलकाता के फोर्ट विलियम स्थित पूर्वी सेना कमान मुख्यालय के विजय स्मारक पर पहुंचने पर शानदार स्वागत किया गया था।
विजय मशाल के कोलकाता आगमन पर इसे यादगार बनाने के लिए पूर्वी सेना कमान की ओर से 8 से 10 मार्च तक शानदार कार्यक्रम आयोजित किया गया। 10 को कोलकाता के आरसीटीसी मैदान में आयोजित मुख्य समारोह में तीनों सशस्त्र बलों ने अपने हथियारों, युद्धक उपकरणों व टैकों का प्रदर्शन कर अपनी ताकत का प्रदर्शन किया। इस मौके पर शानदार फ्लाईपास्ट और एयर शो का भी आयोजन किया गया जो आकर्षण का केंद्र रहा। उससे पूर्व सात मार्च को विजय मशाल के पूर्वी वायुसेना कमान अंतर्गत बंगाल के कलाईकुंडा वायुसेना स्टेशन में पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया था। उल्लेखनीय है कि 1971 के युद्ध में भारतीय सेना की वीरता के कारण बांग्लादेश के रूप में एक नया देश अस्तित्व में आया था।