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मुकुल राय को पीएसी का चेयरमैन नियुक्त किए जाने के खिलाफ अदालत जाने की तैयारी में सुवेंदु अधिकारी

भाजपा मुकुल के दलबदल को लेकर पहले ही अदालत जाने का फैसला कर चुकी है। सुवेंदु ने खुद इसे सार्वजनिक किया था। अब वे मुकुल को पीएसी का अध्यक्ष बनाए जाने के खिलाफ अदालत में मुकदमा कर सकते हैं।

By Priti JhaEdited By: Published: Tue, 20 Jul 2021 03:22 PM (IST)Updated: Tue, 20 Jul 2021 03:30 PM (IST)
मुकुल राय को पीएसी का चेयरमैन नियुक्त किए जाने के खिलाफ अदालत जाने की तैयारी में सुवेंदु अधिकारी
भाजपा मुकुल के दलबदल को लेकर पहले ही अदालत जाने का फैसला कर चुकी है।

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। नंदीग्राम से भाजपा विधायक व बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी पार्टी छोड़कर तृणमूल कांग्रेस में लौटे मुकुल राय को विधानसभा की लोक लेखा समिति (पीएसी) का चेयरमैन नियुक्त किए जाने के खिलाफ अदालत का दरवाजा खटखटाने की तैयारी कर रहे हैं।

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भाजपा विधायक दल के सूत्रों से यह मिली है। भाजपा मुकुल के दलबदल को लेकर पहले ही अदालत जाने का फैसला कर चुकी है। सुवेंदु ने खुद इसे सार्वजनिक किया था। अब वे मुकुल को पीएसी का अध्यक्ष बनाए जाने के खिलाफ अदालत में मुकदमा कर सकते हैं।

सूत्रों के मुताबिक सुवेंदु इस हफ्ते दो मामले दर्ज करना चाहते हैं। मामला दर्ज करने से पहले वे संवैधानिक विशेषज्ञों से इस मुद्दे पर विस्तार से चर्चा कर रहे हैं। इसके अलावा उन्होंने कई भाजपा विधायकों से भी इसे लेकर चर्चा की है। वे पीएसी के बारे में सार्वजनिक रूप से कुछ नहीं कहना चाहते, हालांकि उनके करीबी एक सूत्र ने मंगलवार को बताया कि सुवेंदु मुकुल को विधानसभा से बर्खास्त करने के साथ ही उन्हें पीएसी के चेयरमैन पद से हटाने के लिए हर संभव कदम उठाना चाहते हैं।

सूत्रों के मुताबिक अदालत जाने से पहले सभी मुद्दों से संबंधित जरूरी दस्तावेज तैयार किए जा रहे हैं। नेता प्रतिपक्ष के अनुसार पीएसी चेयरमैन की नियुक्ति को लेकर विभिन्न नियमों का पालन नहीं किया गया है। मुकुल की नियुक्ति में विधायकों के आनुपातिक प्रतिनिधित्व के नियम को नहीं माना गया है। सबसे पहले यह तर्क दिया गया है कि मुकुल भाजपा विधायक हैं, जबकि भाजपा संसदीय दल की ओर से समिति के सदस्य के रूप में उनका नाम प्रस्तावित नहीं किया गया था।

दूसरा, मुकुल के नाम का प्रस्ताव और समर्थन करने वालों में से कोई भी भाजपा विधायक नहीं है। सुवेंदु भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व से सलाह- मशविरा कर इस संबंध में कदम उठा रहे हैं। वे दिल्ली के कुछ नामी अधिवक्ताओं से भी इस मामले पर चर्चा कर चुके हैं। 


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