Move to Jagran APP

Bharat Bandh News: हड़ताल समर्थकों ने कोलकाता में जबरन बंद कराई दुकानें, की तोड़फोड़

केंद्रीय श्रमिक संगठनों की संयुक्त समिति द्वारा बुलाए गए 24 घंटे के बंद की शुरुआत सुबह छह बजे हुई। बंद समर्थक कार्यकर्ताओं ने रैलियां निकालीं जिससे वाहनों की आवाजाही बाधित हुई। बंद समर्थकों ने दुकानदारों से अपने प्रतिष्ठानों को बंद रखने को कहा।

By Preeti jhaEdited By: Published: Thu, 26 Nov 2020 01:37 PM (IST)Updated: Thu, 26 Nov 2020 01:37 PM (IST)
Bharat Bandh News: हड़ताल समर्थकों ने कोलकाता में जबरन बंद कराई दुकानें, की तोड़फोड़
कोलकाता के बाग बाजार में गुरुवार को विरोध प्रदर्शन करते बंद समर्थक। जागरण

कोलकाता, राज्य ब्यूरो। केंद्र की आर्थिक नीतियों के विरोध में कई व्यापार संघों द्वारा बुलाई गई हड़ताल के कारण बृहस्पतिवार को बंगाल के कुछ हिस्सों में जनजीवन आंशिक रूप से प्रभावित हुआ। केंद्रीय श्रमिक संगठनों की संयुक्त समिति द्वारा बुलाए गए 24 घंटे के बंद की शुरुआत सुबह छह बजे हुई। 

loksabha election banner

जानकारी के मुताबिक बंद समर्थक सीआइटीयू और डीवाईएफआइ जैसे माकपा से संबद्ध संगठनों के कार्यकर्ताओं ने कोलकाता, जाधवपुर, गरिया, कमलगाजी, लेक टाउन और दमदम इलाकों में रैलियां निकालीं, जिससे वाहनों की आवाजाही बाधित हुई। बंद समर्थकों ने दुकानदारों से अपने प्रतिष्ठानों को बंद रखने को कहा। कोलकाता के विभिन्न हिस्सों में बंद समर्थकों ने जबरन दुकानें बंद कराई तथा कई दुकानों में तोड़फोड़ भी की। पुलिस ने कई बंद समर्थकों को गिरफ्तार भी किया।

बंद समर्थकों ने हावड़ा रेलवे स्टेशन के बाहर धरना दिया, वाहन चालकों से सेवाएं बंद करने को कहा लेकिन वाहनों को सामान्य रूप से चलाने के लिए पुलिस बल की एक बड़ी टुकड़ी तैनात की गई।

जिलों में भी असर देखने को मिला

बंद लागू करने वालों ने कूचबिहार और झारग्राम जिलों में सड़कों को भी अवरुद्ध कर दिया, टायर जलाए और बसों की खिड़कियां तोड़ दी। उन्होंने बताया कि आंदोलनकारियों ने रेलवे पटरियों को भी बाधित कर दिया था जिससे सियालदह दक्षिण और मुख्य खंडों में रेल सेवाएं प्रभावित हुईं। हावड़ा में डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया (डीवाईएफआइ) के एक कार्यकर्ता ने कहा कि लोग हमारे शांतिपूर्ण विरोध का समर्थन कर रहे हैं क्योंकि यह उनके हित में है।

राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने हड़ताल का समर्थन नहीं किया लेकिन कहा कि वह आर्थिक मुद्दों पर वामदलों और कांग्रेस के साथ है। इंडियन नेशनल ट्रेड यूनियन कांग्रेस (आइएनटीयूसी), ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस (एआइटीयूसी), हिंद मजदूर सभा (एचएमएस), सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियंस (सीआइटीयू), ऑल इंडिया यूनाइटेड ट्रेड यूनियन सेंटर (एआइयूटीयूसी), ट्रेड यूनियन को-ऑर्डिनेशन सेंटर (टीयूसीसी) और स्वरोजगार महिला संघ (सेवा) जैसे व्यापार संघ हड़ताल का हिस्सा हैं।

भाजपा के गठबंधन वाला भारतीय मजदूर संघ (बीएमएस) हालांकि हड़ताल में हिस्सा नहीं ले रहा है। असंगठित क्षेत्र के कामगारों ने भी 'चक्का जाम' लागू करने के लिए सड़कों पर उतरने का फैसला किया है) के एक कार्यकर्ता ने कहा कि लोग हमारे शांतिपूर्ण विरोध का समर्थन कर रहे हैं क्योंकि यह उनके हित में है। राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने हड़ताल का समर्थन नहीं किया लेकिन कहा कि वह आर्थिक मुद्दों पर वामदलों और कांग्रेस के साथ है।

इंडियन नेशनल ट्रेड यूनियन कांग्रेस (आइएनटीयूसी), ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस (एआइटीयूसी), हिंद मजदूर सभा (एचएमएस), सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियंस (सीआइटीयू), ऑल इंडिया यूनाइटेड ट्रेड यूनियन सेंटर (एआइयूटीयूसी), ट्रेड यूनियन को-ऑर्डिनेशन सेंटर (टीयूसीसी) और स्वरोजगार महिला संघ (सेवा) जैसे व्यापार संघ हड़ताल का हिस्सा हैं। भाजपा के गठबंधन वाला भारतीय मजदूर संघ (बीएमएस) हालांकि हड़ताल में हिस्सा नहीं ले रहा है। असंगठित क्षेत्र के कामगारों ने भी 'चक्का जाम' लागू करने के लिए सड़कों पर उतरने का फैसला किया है। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.