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Bengal assembly special session: विधानसभा में दूसरे दिन सदन में मंत्री की टिप्पणी पर वाम-कांग्रेस ने किया हंगामा

बंगाल विधानसभा के दो दिनों के विशेष सत्र के दूसरे दिन दो बार सदन में जमकर हंगामा हुआ। दरअसल विक्टोरिया मेमोरियल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के समक्ष लगे जय श्रीराम के नारे लगने को लेकर राज्य मंत्री तापस रॉय विधानसभा में निंदा प्रस्ताव लाना चाह रहे थे।

By Vijay KumarEdited By: Published: Wed, 27 Jan 2021 09:42 PM (IST)Updated: Thu, 28 Jan 2021 06:48 PM (IST)
Bengal assembly special session: विधानसभा में दूसरे दिन सदन में मंत्री की टिप्पणी पर वाम-कांग्रेस ने किया हंगामा
विधानसभा का दो दिवसीय विशेष सत्र बुधवार से शुरू हुआ

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल विधानसभा के दो दिनों के विशेष सत्र के दूसरे दिन दो बार सदन में जमकर हंगामा हुआ। पहली बार वाममोर्चा व कांग्रेस विधायकों ने हंगामा किया। दरअसल विक्टोरिया मेमोरियल में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान  मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के समक्ष लगे जय श्रीराम के नारे लगने को लेकर संसदीय कार्य विभाग के राज्य मंत्री तापस रॉय विधानसभा में निंदा प्रस्ताव लाना चाह रहे थे। उस दौरान रॉय ने बोलते हुए उन्होंने कुछ एेसी टिप्पणियां कर दी कि वामदलों और कांग्रेस के सदस्य काफी क्षुब्ध हो गए और हंगामा करते हुए अध्यक्ष के आसन के करीब पहुंच गए।

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विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने आदेश दिया कि वामदलों और कांग्रेस के कुछ सदस्यों के खिलाफ रॉय द्वारा इस्तेमाल किए गए शब्द सदन की कार्यवाही की रिकार्ड में दर्ज नहीं नहीं किए जाएंगे। वाममोर्चा परिषदीय दल के नेता सुजन चक्रवर्ती और कांग्रेस के विधायक असित मित्रा के नेतृत्व में प्रदर्शनकारी विधायक विधानसभा अध्यक्ष के अनुरोध पर अपनी-अपनी सीटों पर वापस गए। मंत्री पार्था चटर्जी ने सदन को इस बात से अवगत कराया कि मुख्यमंत्री को विक्टोरिया मेमोरियल कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया था, लेकिन कुछ लोगों ने उनका अपमान किया, जिन्होंने नारेबाजी की थी। कांग्रेस और वामदलों के नेताओं का कहना था कि सदन को पहले इसकी जानकारी नहीं दी गई थी। सदन के नेताओं को जानकारी दिए बगैर निंदा प्रस्ताव क्यों लाया गया।

सुजन चक्रवर्ती ने कहा कि मुख्यमंत्री को भी संयम रखना चाहिए था। सरकारी कार्यक्रम में ऐसे स्लोगन का माकपा विरोध करती है, लेकिन यह भी सच है कि मुख्यमंत्री के कार्यक्रमों में भी ऐसे नारे लगते रहे हैं। उन्हें इस घटना से सबक लेना चाहिए और भविष्य में उनके कार्यक्रमों में ऐसा न हो, इसका ध्यान रखना चाहिए। दूसरी ओर बंगाल विधानसभा में गुरुवार को ममता सरकार ने दो अन्य बिल (द वेस्ट बंगाल कृषि विश्वविद्यालय लॉ अमेंडमेंट बिल 2021 और द वेस्ट बंगाल कोर्ट फीस अमेंडमेंट बिल 2021) पास किए।

पांच फरवरी को विधानसभा में पेश होगा लेखानुदान

बंगाल में आगामी कुछ माह में विधानसभा चुनाव होना है। इसीलिए इस बार ममता सरकार की ओर से पूर्ण बजट पेश नहीं किया जाएगा। खबर है कि पांच फरवरी को विधानसभा का सत्र आहूत होगा जिसमें लेखानुदान पेश किया जाएगा। क्योंकि, मई के अंत में नई सरकार बनने के बाद पूर्ण बजट पेश होगा।


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