कोरोना संक्रमण बढ़ने के खतरे को देखते कुछ पूजा आयोजक केवल स्थानीय लोगों को पंडाल में आने की देंगे अनुमति
पूजा समिति ने बयान जारी कर कहा कि किसी भी बाहरी व्यक्ति को उनके पंडाल में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। केवल आसपास के वार्डों के निवासी ही परिचय प्रमाणपत्र के साथ आ सकेंगे। उनके इस फैसले की कई लोगों ने सोशल मीडिया पर प्रशंसा की है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : पूजा के समय कोरोना का संक्रमण बढ़ने के खतरे को देखते हुए कुछ पूजा आयोजकों ने केवल स्थानीय लोगों को ही अपने पंडाल में आने की अनुमति देने का फैसला किया है। संतोष मित्र स्क्वायर पूजा समिति ने बयान जारी कर कहा कि किसी भी बाहरी व्यक्ति को उनके पंडाल में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। केवल आसपास के वार्डों के निवासी ही परिचय प्रमाणपत्र के साथ आ सकेंगे।
कई लोगों ने सोशल मीडिया पर की प्रशंसा
अध्यक्ष प्रदीप घोष और महासचिव सजल घोष ने कहा-'हम जानते हैं कि यह निर्णय बेहद महत्वपूर्ण है और कई लोगों के लिए कष्टदायी भी लेकिन मानव जीवन से बड़ा त्योहार नहीं हो सकता। कई अन्य पूजा कमेटियां भी ऐसा करने जा रही हैं। उनके इस फैसले की कई लोगों ने सोशल मीडिया पर प्रशंसा की है।
महामारी के खतरे को नहीं भूलना चाहिए
एक नेटीजन ने कहा कि सभी पूजा आयोजकों को ऐसा ही कदम उठाना चाहिए। पूजा के उत्सवी मिजाज में खोकर हमें कोरोना महामारी के खतरे को नहीं भूलना चाहिए। पूजा में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ने की आशंका है इसलिए हम सभी को सजग होना पड़ेगा।