West Bengal: माकपा का जनाधार खोना बंगाल विधानसभा चुनाव में हार की प्रमुख वजह: सीताराम येचुरी
West Bengal सीताराम येचुरी ने कहा कि राज्य में सत्ता विरोधी हवा थी। इसी कारण 2019 में भाजपा को बंगाल में भारी सीटें मिली थीं लेकिन तृणमूल कांग्रेस ने जनता के असंतोष को दूर करने के लिए कुछ आवश्यक कदम उठाए।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। माकपा का जनाधार खोना बंगाल विधानसभा चुनाव में हार की प्रमुख वजह रही। पार्टी की राज्य कमेटी की बैठक के दूसरे दिन यह निष्कर्ष निकाला गया। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सीताराम येचुरी ने वर्चुअली बैठक को संबोधित करते हुए कहा-'हम इस कमजोरी को दूर नहीं कर पाए। हमसे कई गलतियां भी हुईं। एक गलती ने बड़ी भूल को जन्म दिया।' येचुरी ने आगे कहा कि राज्य में सत्ता विरोधी हवा थी। इसी कारण 2019 में भाजपा को बंगाल में भारी सीटें मिली थीं, लेकिन तृणमूल कांग्रेस ने जनता के असंतोष को दूर करने के लिए कुछ आवश्यक कदम उठाए। विभिन्न कल्याणकारी प्रकल्प शुरू किए, जिसका उसे लाभ पहुंचा। भाजपा के हिंदुत्व के खिलाफ तृणमूल ने बंगाली भावना को हथियार बनाया।
येचुरी ने कहा-'हमें नए सिरे से शुरुआत करनी होगी। पार्टी को राजनीतिक तौर पर लड़ाई करनी होगी। आज जो युवा हमसे जुड़े हैं, वे हमारे लिए संपदा हैं। उनके कंधे पर जिम्मेदारी सौंपनी होगी।' वहीं माकपा के राज्य सचिव सूर्यकांत मिश्रा ने कहा कि कमजोरी को दूर करने के लिए निर्दिष्ट कदम उठाने होंगे। आम लोगों की दैनिक समस्याओं को दूर करने के लिए दीर्घकालीन आंदोलन करना होगा। वरिष्ठ माकपा नेता विमान बोस ने कहा कि लोगों ने तृणमूल को भाजपा विरोधी प्रमुख ताकत मान लिया इसीलिए उसकी इतनी बड़ी जीत हुई।
गौरतलब है कि कांग्रेस-माकपा ने हालिया संपन्न बंगाल विधानसभा चुनाव में गठबंधन की करारी हार के लिए फुरफुरा शरीफ के पीरजादा अब्बास सिद्दीकी की पार्टी इंडियन सेक्युलर फ्रंट (आइएसएफ) को जिम्मेदार ठहराया है। कांग्रेस ने जहां शनिवार को विधान भवन में पार्टी के जिलाध्यक्षों के साथ जरूरी बैठक की, वहीं अलीमुद्दीन स्ट्रीट में माकपा की राज्य कमेटी की बैठक हुई। बैठक में माकपा के राष्ट्रीय महासचिव सीताराम येचुरी वर्चुअली उपस्थित थे। बैठक के बाद बंगाल कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने कहा-'हमारा विधानसभा चुनाव के लिए वाममोर्चा के साथ गठबंधन हुआ था। इसी बीच वाममोर्चा के साथ आइएसएफ का चुनावी समझौता हुआ, जिससे गठबंधन की विश्वसनीयता पर असर पड़ा।'