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West Bengal: जेपी नड्डा की सभा में भाजपा में शामिल हो सकते हैं शुभेंदु अधिकारी!

Shubhendu Adhikari भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की सभा में हाल ही में तृणमूल सरकार से इस्तीफा देने वाले मंत्री और कद्दावर नेता शुभेंदु अधिकारी भाजपा में शामिल हो सकते हैं। शुभेंदु अधिकारी के भाजपा में शामिल होने की अटकलें तेज हो गई हैं।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Sat, 28 Nov 2020 09:30 PM (IST)Updated: Sat, 28 Nov 2020 09:30 PM (IST)
West Bengal: जेपी नड्डा की सभा में भाजपा में शामिल हो सकते हैं शुभेंदु अधिकारी!
शुभेंदु अधिकारी जेपी नड्डा की सभा में भाजपा में शामिल हो सकते हैं। फाइल फोटो

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। Shubhendu Adhikari: दिसंबर में कोलकाता में होने वाली भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की सभा में हाल ही में तृणमूल सरकार से इस्तीफा देने वाले मंत्री और कद्दावर नेता शुभेंदु अधिकारी भाजपा में शामिल हो सकते हैं। वहीं, दूसरी ओर पूर्व मेदिनीपुर के महिषादल में उनके इस्तीफे के बाद कल पहली सभा होने वाली है। पता चला है कि सभास्थल के पास शिवसेना के झंडे लगाए गए हैं। इसे लेकर अटकलों का बाजार गर्म है। दरअसल, मंत्रालय से इस्तीफे के बाद शुभेंदु अधिकारी के भाजपा में शामिल होने की अटकलें तेज हो गई हैं। भगवा खेमे का भी दावा है कि शुभेंदु उनकी टीम में आ रहे हैं। बस समय का इंतजार है। भाजपा के सूत्रों ने यह भी कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सात, आठ और नौ दिसंबर को बंगाल में होंगे। कोलकाता के शहीद मीनार मैदान में उनकी रैली होने वाली है। सूत्रों का कहना है कि वहीं, शुभेंदु अधिकारी भाजपा में शामिल हो सकते हैं।

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शुभेंदु अधिकारी के सभास्थल के आसपास लगे शिवसेना के झंडे 

पूर्व मेदिनीपुर जिले के महिषादल इलाके में शनिवार को जगह-जगह शिवसेना के झंडे लहराते नजर आए। महिषादल के छोलाबाड़ी इलाके में रविवार को शुभेंदु एक सभा में शामिल होने वाले हैं। परिवहन मंत्री के पद से इस्तीफा देने के बाद शुभेंदु पहली बार किसी सभा में दिखेंगे। यह हालांकि कोई राजनीतिक सभा नहीं है। सभास्थल के आसपास बड़ी संख्या में शिवसेना के झंडे लहरा रहे हैं। कुछ का अनुमान है कि ये शुभेंदु के शिवसेना में शामिल होने का संकेत है।

समझ से बाहर है शिवसेना के झंडे लहराने की वजह 

हालांकि गौर करने वाली चीज यह है कि शिवसेना ने केवल एक बार 2009 के लोकसभा चुनाव के दौरान तमलुक में अपना उम्मीदवार खड़ा किया था। इसके बाद से किसी भी चुनाव में अपना उम्मीदवार नहीं उतारा है। पूर्व मेदिनीपुर जिले में शिवसेना का कोई संगठन भी नहीं है। ऐसे में अचानक से इस इलाके में शिवसेना के झंडे लहराने के पीछे की वजह समझ के बाहर है।


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