कोरोना से सावधान कर रही लघु फिल्म 'बच के रहना रे बाबा', लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने का बिखेरा है संदेश
कोरोना से सावधान कर रही लघु फिल्म बच के रहना रे बाबा लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने का बिखेरा है संदेश बंगाल और बिहार के कलाकारों ने मिलकर फिल्म को किया है तैयार
कोलकाता, जागरण संवाददाता। बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन की फिल्म 'पुकार' का मशहूर गीत 'बच के रहना रे बाबा' याद है न! दशकों पहले लिखे गए इस गीत के बोल इस समय बेहद प्रासंगिक हो गए हैं क्योंकि कोरोना से बचना बहुत जरुरी है। दुनियाभर में कहर बरपा रहे इस वायरस से सावधान करने के लिए बंगाल और बिहार के कलाकारों ने मिलकर एक लघु फिल्म तैयार की है और इसे नाम दिया है-'बच के रहना रे बाबा'।
फिल्म के निर्देशक शिव जायसवाल ने बताया-'देश-दुनिया में कोरोना का प्रकोप दिन-ब-दिन जिस तरह से बढ़ता जा रहा है, उसे देखते हुए हम सभी को बेहद सावधान रहने की जरुरत है। हमें लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग का बेहद जिम्मेदारी से पालन करना चाहिए। इस फिल्म के माध्यम से हमने यही संदेश देने की कोशिश की है।'शिव, जिन्होंने फिल्म में अभिनय भी किया है, ने आगे कहा-'इसकी शूटिंग कोलकाता के चिनार पार्क इलाके और बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के जीरो माइल में हुई है।शूटिंग के वक्त सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रखा गया है।
ज्यादातर शूटिंग मोबाइल फोन के कैमरे से घरों में ही की गई है। शूटिंग दो दिन में पूरी की गई। इसमें मेरे अलावा गोविंद घोष, सुनीता जायसवाल, शिव जायसवाल, सौमेन घोष, विनय विनायक, प्रशांत कुमार, आनंद कुमार भूषण, अयोध्या जायसवाल, अभिषेक जायसवाल और रूद्र जायसवाल ने अभिनय किया है।
ज्यादातर कलाकार नए हैं। फिल्म का संपादन विनय विनायक ने किया है।' 7 मिनट और 47 सेकेंड की अवधि वाली इस फिल्म में एक तरफ कुछ युवकों को लॉकडाउन में बेवजह बाहर घूमने पर पुलिस के डंडे पड़ते और मास्क नहीं लगाकर घूमने पर एक व्यक्ति को कोरोना का शिकार होते दिखाया गया है तो दूसरी तरफ एक व्यक्ति को जिम्मेदार नागरिक की तरह लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते और अपने परिवार के सदस्यों के साथ-साथ दूसरों को भी इसके प्रति जागरूक करते दिखाया गया है। फिल्म को सोशल प्लेटफार्म पर प्रदर्शित किया जा चुका है और काफी अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है।