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नंदीग्राम दिवस पर तृणमूल की अलग-अलग सभा, ममता के मंत्री शुभेंदु और तृणमूल के बीच शक्ति प्रदर्शन

जोर आजमाइश-नाराज शुभेंदु ने तृणमूल पर साधा निशाना। कहा-13 साल बाद कुछ लोगों को आई नंदीग्राम की याद। ममता का नाम लिए बिना कहा नंदीग्राम आंदोलन किसी व्यक्ति विशेष का नहीं था। मंत्री फिरहाद का पलटवार कहा- नंदीग्राम आंदोलन पर सिर्फ तृणमूल का अधिकार।

By Vijay KumarEdited By: Published: Tue, 10 Nov 2020 07:10 PM (IST)Updated: Tue, 10 Nov 2020 07:10 PM (IST)
नंदीग्राम दिवस पर तृणमूल की अलग-अलग सभा, ममता के मंत्री शुभेंदु और तृणमूल के बीच शक्ति प्रदर्शन
जो कुछ भी करना होगा वह राजनीतिक मंच से अगले कदम की घोषणा करेंगे।

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल में साल 2007 में जिस नंदीग्राम आंदोलन ने 2011 में ममता बनर्जी को सत्ता में पहुंचा दिया, आज उसी नंदीग्राम की राजनीतिक विरासत की लड़ाई के लिए तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी और उनके कद्दावर मंत्री शुभेंदु अधिकारी आमने-सामने आ गए हैं। मंगलवार को नंदीग्राम दिवस पर तृणमूल कांग्रेस एवं शुभेंदु अधिकारी ने यहां अलग- अलग सभा कर अपना शक्ति प्रदर्शन किया। हालांकि तृणमूल की सभा में ममता बनर्जी को छोड़कर अन्य वरिष्ठ मंत्री तथा नेता उपस्थित रहे। 

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मंच से तृणमूल पर जबरदस्त निशाना साधा

वहीं, पिछले कई महीने से पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से नाराज चल रहे व नंदीग्राम आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले कद्दावर नेता शुभेंदु अधिकारी ने बगावती तेवर दिखाते हुए अपने सभा मंच से तृणमूल पर जबरदस्त निशाना साधा। 

13 साल बाद कुछ को नंदीग्राम की याद आई

नंदीग्राम दिवस पर यहां तृणमूल द्वारा अलग से सभा आयोजित करने पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव से पहले 13 साल बाद कुछ लोगों को नंदीग्राम की याद आई है और यहां का दौरा कर रहे हैं। 

किसी व्यक्ति विशेष नहीं, जनवादी आंदोलन

उन्होंने सवाल किया कि क्या चुनाव के बाद भी ये लोग यहां आएंगे। भूमि उचछेद प्रतिरोध कमेटी (बीयूपीसी), जिसके बैनर तले नंदीग्राम आंदोलन चला था उसके सभा मंच से सुबह अपने संबोधन में शुभेंदु ने ममता का नाम लिए बिना कहा कि नंदीग्राम आंदोलन किसी व्यक्ति विशेष का नहीं था, बल्कि यह एक जनवादी आंदोलन था। 

मैं हमेशा नंदीग्राम के लोगों के साथ रहा हूं

नंदीग्राम से विधायक शुभेंदु ने कहा कि मैं हमेशा नंदीग्राम के लोगों के साथ रहा हूं। उन्होंने तृणमूल नेताओं की ओर इशारा करते हुए कहा कि 13 साल बाद कुछ लोग अब यहां आ रहे हैं क्योंकि चुनाव करीब है। 

अगले राजनीतिक कदम की घोषणा नहीं की

हालांकि इस दौरान शुभेंदु ने अपने अगले राजनीतिक कदम की घोषणा नहीं की। उन्होंने कहा कि मैं इस मंच का उपयोग अपने राजनीतिक हितों के लिए कभी नहीं करूंगा। उन्हें जो कुछ भी करना होगा वह राजनीतिक मंच से अगले कदम की घोषणा करेंगे। 

सिर्फ ममता बनर्जी व तृणमूल का अधिकार

दूसरी ओर, शुभेंदु की इस सभा के जवाब में तृणमूल कांग्रेस ने दोपहर में नंदीग्राम में एक अलग स्थान पर सभा की। इस दौरान मंत्री फिरहाद हकीम ने पलटवार करते हुए कहा कि नंदीग्राम आंदोलन पर सिर्फ ममता बनर्जी व तृणमूल का अधिकार है। 

अलग सभा कर रहे भाजपा की मदद कर रहे

उन्होंने शुभेंदु की ओर इशारा करते हुए कहा कि जो लोग तृणमूल के मंच से अलग सभा कर रहे हैं वह भाजपा को मदद पहुंचा रहे हैं। जनता ऐसे लोगों को माफ नहीं करेगी। इस दौरान शुभेंदु ने एक बार भी ममता का नाम नहीं लिया और ना ही सभा मंच पर ममता की तस्वीरें लगी थी। 

पहली बार अलग-अलग सभा आयोजित हुई

गौरतलब है कि पहले हर साल 10 नवंबर को नंदीग्राम दिवस के मौके पर भूमि उचछेद प्रतिरोध कमेटी के बैनर तले यहां एक ही सभा होती थी जिसमें तृणमूल के सभी बड़े नेता हिस्सा लेते थे। परंतु, पहली बार अलग-अलग सभा आयोजित हुई।


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