Cyclone YAAS Update: VIDEO- चक्रवात 'यास' के लैंडफॉल से कपिल मुनि मंदिर में घुसा समुद्र का पानी, बवंडर की आशंका
मौसम विभाग के अनुसार दीघा में इस समय 88 कोलकाता में 62 हल्दिया में 65 और फ्रेजरगंज में 68 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रहीचक्रवात के कारण हो रही बारिश और तेज हवाएं चलने से हुगली नदी में ऊंची लहरें उठ रही हैं और जलस्तर बढ़नेलगा है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। चक्रवात 'यास' के ओडिशा के धामरा इलाके में लैंडफॉल करने से पहले ही बंगाल के पूर्व मेदिनीपुर जिले के दीघा शहर में समुद्र का पानी घुस गया है। चक्रवात के कहर के बीच कोलकाता में बवंडर की आशंका है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने महानगरवासियों से घरों से न निकलने की अपील की है। हुगली नदी में बढ़ते जलस्तर को देखते हुए समस्त लॉक गेट को बंद कर दिया गया है।
दूसरी तरफ दक्षिण 24 परगना जिले के गंगासागर इलाके में स्थित कपिल मुनि मंदिर परिसर भी समुद्र के पानी से भर गया है। स्थानीय वाशिंदों को इस नए मंदिर के भी समुद्र के पानी में डूब जाने का डर सता रहा है। इससे पहले वाला मंदिर काफी साल पहले जलसमाधि ले चुका है।
#WATCH | West Bengal: Water from the sea enters residential areas along New Digha Sea Beach in East Midnapore.
Very Severe Cyclonic Storm Yaas centred about 50 km South-Southeast of Balasore (Odisha). Landfall process has commenced around 9 am, says IMD. #CycloneYaas pic.twitter.com/8m667Py8Ec— ANI (@ANI) May 26, 2021
दीघा शहर में समुद्र का पानी घुसने से स्थानीय लोग दहशत में हैं। दीघा का समुद्र मंगलवार से ही अशांत है। शहर के लोग सोच रहे हैं कि जब चक्रवात आएगा, तब क्या हाल होगा उन्होंने बताया कि शहर में इससे पहले कभी समुद्र का पानी नहीं घुसा। पिछले साल आए सुपर साइक्लोन एम्फन के समय भी इतनी विकट स्थिति पैदा नहीं हुई थी। यास के मद्देनजर बंगाल सरकार पूरी तरह अलर्ट है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मंगलवार रातभर राज्य सचिवालय में खोले गए कंट्रोल रूम में बैठकर हालात का जायजा लेती रहीं। वे रातभर दक्षिण 24 परगना, पूर्व और पश्चिम मेदिनापुर के जिलाधिकारियों के संपर्क में रहीं, जहां चक्रवात का सबसे ज्यादा प्रभाव पड़ने की आशंका है।
जानकारी के अनुसार चक्रवात 'यास' के लैंडफॉल की प्रक्रिया ओडिशा के धामरा इलाके में शुरू हो गई है। अलीपुर मौसम कार्यालय के अधिकारी संजीव बंद्योपाध्याय ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि लैंडफॉल की प्रक्रिया सुबह 9.15 बजे शुरू हुई है। लैंडफॉल की प्रक्रिया अगले कुछ घंटे तक जारी रहेगी। इस दौरान 130 से 155 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। चक्रवात 'यास' से बंगाल के विभिन्न जिलों में अब तक 20, 000 घर क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि 15 लाख लोगों को सुरक्षित जगहों पर ले जाया गया है। इस बीच पूर्व मेदिनीपुर जिले में सेना ने 32 लोगों का उद्धार किया है।
मौसम विभाग के अनुसार दीघा में इस समय 88, कोलकाता में 62, हल्दिया में 65 और फ्रेजरगंज में 68 किलोमीटर प्रति घंटे की अधिकतम रफ्तार से हवाएं चल रही हैं, चक्रवात के कारण हो रही बारिश और तेज हवाएं चलने से हुगली नदी में ऊंची लहरें उठ रही हैं और जलस्तर बढ़ने लगा है, जिससे कोलकाता के नदी किनारे वाले इलाकों के जलमग्न होने की आशंका है। जानकारी के अनुसार बंगाल के 10 जिलों में सेना की 17 कंपनियों को बचाव कार्य के लिए उतारा गया।