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बंगाल में चुनाव-बाद हिंसा, बांग्लादेश में हुई सांप्रदायिक हिंसा का कारण: आरएसएस

बांग्लादेश में दुर्गा पूजा समारोह के दौरान कुछ अज्ञात कट्टरपंथियों द्वारा पूजा पंडालों और एक दर्जन से ज्यादा हिंदू मंदिरों में तोड़फोड़ की गई थी और मूर्तियों को भी तोड़ा गया था। कुछ लोगों की हत्या भी कर दी गई थी।

By Priti JhaEdited By: Published: Tue, 26 Oct 2021 10:55 AM (IST)Updated: Tue, 26 Oct 2021 11:42 AM (IST)
बंगाल में चुनाव-बाद हिंसा, बांग्लादेश में हुई सांप्रदायिक हिंसा का कारण: आरएसएस
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की पश्चिम बंगाल इकाई

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की पश्चिम बंगाल इकाई ने पड़ोसी देश बांग्लादेश में हाल में हिंदुओं पर हुए हमलों के लिए राज्य में हुई चुनाव-बाद हिंसा को जिम्मेदार ठहराया है, साथ ही इस मुद्दे पर राज्य के बुद्धिजीवियों की चुप्पी के लिए उनकी आलोचना भी की।आरएसएस के पश्चिम बंगाल प्रांत प्रचारक जिष्णु बसु ने कहा कि राज्य में इस साल हुए विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की हार के बाद हिंदुओं पर हुए हमले के कारण बांग्लादेश में हिंसा को बढ़ावा मिला।

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बसु ने कहा, अगर आप बांग्लादेश में हिंसा का तौर तरीका देखेंगे तो समझ में आएगा कि इस घटना के पीछे पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद हुई हिंसा प्रमुख कारण है। हिंदू बंगालियों पर हुए हमलों से संदेश गया कि कि हिंदू बंगाली हार गए हैं और इससे सीमा के उस पार भी चरमपंथियों को प्रोत्साहन मिला जिससे उन्होंने वहां हिंदू अल्पसंख्यकों पर हमले किए।

बता दें कि बांग्लादेश में दुर्गा पूजा समारोह के दौरान कुछ अज्ञात कट्टरपंथियों द्वारा पूजा पंडालों और एक दर्जन से ज्यादा हिंदू मंदिरों में तोड़फोड़ की गई थी और मूर्तियों को भी तोड़ा गया था। कुछ लोगों की हत्या भी कर दी गई थी। बांग्लादेश के नोआखाली स्थित इस्कान मंदिर पर भी हमला किया गया था और तोड़फोड़ की गई थी। इसके साथ ही 16 अक्टूबर को परिसर में किए गए हमले में एक भक्त की बेरहमी से भीड़ ने हत्या कर दी थी।

हमलों के खिलाफ इस्कान भक्तों ने 150 देशों में किया था विरोध प्रदर्शन

उधर, बांग्लादेश में पिछले दिनों मंदिरों में तोड़फोड़ व हिंदुओं पर हुए हमलों के खिलाफ इस्कान के भक्तों ने शनिवार को 150 देशों में विरोध प्रदर्शन किया था। शांतिपूर्ण प्रदर्शन के दौरान इस्कान के सदस्यों ने 13 अक्टूबर से लेकर अब तक हिंदू आबादी के खिलाफ हुई हिंसा और उनके धार्मिक स्थलों में तोड़फोड़ की निंदा की और पड़ोसी देश के अल्पसंख्यकों के लिए न्याय की मांग की। इस्कान कोलकाता के उपाध्यक्ष राधारमण दास ने बताया कि भारत समेत यूरोप से लेकर अमेरिका तक दुनिया के विभिन्न हिस्सों में इस हमले के खिलाफ लोगों ने प्रदर्शन में हिस्सा लिया। बंगाल के नदिया जिले में मायापुर स्थित इस्कान के वैश्विक मुख्यालय समेत लगभग 150 देशों में स्थित 700 से ज्यादा इस्कान केंद्रों (मंदिरों) में इस घटना को लेकर विश्वव्यापी प्रदर्शन किया गया।

राधारमन दास ने कहा, सुबह साढ़े नौ बजे से रात 10 बजे तक यह शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन चला और इस दौरान प्रार्थना सभा का भी आयोजन किया गया, जिसमें बांग्लादेश के पीड़ितों के लिए प्रार्थना की गईं। मायापुर इस्कान मुख्यालय परिसर में प्रदर्शन में सैकड़ों की संख्या में भक्तों ने हिस्सा लिया और बांग्लादेश में हिंसा में मारे गए लोगों की फोटो के सामने कैंडल जलाकर और फूल चढ़ाकर श्रद्धांजलि दी गई। प्रदर्शन के दौरान भक्तों ने कीर्तन भी गाया और हरे कृष्णा के नारे लगाए। 


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