200 आरपीएफ जवान हुए पासआउट, जीएम बोले- रेल संपत्ति और यात्रियों की सुरक्षा में आरपीएफ का उल्लेखनीय योगदान
रेलवे सुरक्षा बल के 200 कांस्टेबल पास आउट हो गए। इस मौके पर कोविड-19 के लिए जारी सुरक्षा गाइडलाइन का पालन करते हुए पासिंग आउट परेड (दीक्षांत परेड) आयोजित किया गया।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। उत्तर 24 परगना के कांचरापाड़ा स्थित आरपीएफ मल्टी डिसिप्लिनरी स्पेशलाइज्ड ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट (एमडीएसटीआइ) में गत आठ माह के कठोर प्रशिक्षण के बाद रेलवे सुरक्षा बल के 200 कांस्टेबल पास आउट हो गए। इस मौके पर कोविड-19 के लिए जारी सुरक्षा गाइडलाइन का पालन करते हुए पासिंग आउट परेड (दीक्षांत परेड) आयोजित किया गया।
पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक सुनीत शर्मा और आरपीएफ के आइजी/प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त अंबिका नाथ मिश्रा ने परेड की औपचारिक सलामी ली। इसके बाद अपने संबोधन में महाप्रबंधक सुनीत शर्मा ने कहा कि रेलवे संपत्ति और यात्रियों की सुरक्षा में आरपीएफ का उल्लेखनीय योगदान है।उन्होंने आरपीएफ के कार्यों की जमकर सराहना की।
उन्होंने प्रशिक्षण पूरा कर चुके आरपीएफ कांस्टेबलों से यात्रियों की अपेक्षा पर खरा उतरने और बेहतर यात्री संतुष्टि की दिशा में समर्पित होकर काम करने को प्रेरित किया। इस अवसर पर प्रशिक्षण के दौरान सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले कांस्टेबलों को जीएम ने सम्मानित भी किया। इस दौरान प्रशिक्षण पूरा कर चुके कांस्टेबलों को शपथ भी दिलाई गई।
जानकारी के अनुसार, कांचरापाड़ा ट्रेनिंग सेंटर में देश के 12 राज्यों आंध्र प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, दिल्ली, हरियाणा, झारखंड, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड और पश्चिम बंगाल से भर्ती हुए 200 कांस्टेंबलों को प्रशिक्षित किया गया है। इनमें से 11 पोस्ट ग्रेजुएट हैं और अन्य तकनीकी पाठ्यक्रमों में ऑनर्स स्नातक/डिप्लोमा हैं। इसके अलावा कुछ खिलाडी भी हैं जिन्होंने विभिन्न खेलों में अपने राज्यों का प्रतिनिधित्व किया है।
समोराह में डीआरएम सियालदह एसपी सिंह, आइजी आरपीएफ सीएलडब्यू तारिक अहमद, मुख्य कारखाना प्रबंधक कांचरापाड़ा सुरेंद्र कुमार समेत अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम को यूटयूब पर लाइव स्ट्रीम किया गया था ताकि पास आउट हुए कॉन्स्टेबलों के माता-पिता के साथ-साथ उनके रिश्तेदार इसे देख सकें।