दपूरे की जांच कमेटी ने सौंपी सांतरागाछी भगदड़ कांड की रिपोर्ट
23 अक्टूबर की शाम एक साथ दो लोकल ट्रेनें और एक एक्सप्रेस ट्रेन के प्लेटफॉर्म पर प्रवेश कर जाने की वजह से लोगों के बीच भगदड़ मच गई।
जागरण संवाददाता, हावड़ा । बीते 23 अक्टूबर को हावड़ा जिले के सांतरागाछी स्टेशन के ओवर ब्रिज पर यात्रियों की भारी भीड़ के बीच मची अफरा-तफरी की घटना में रेलवे की ओर से गठित जांच कमेटी ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी है।
हालांकि यह दुर्घटना रेलवे की लापरवाही से हुई है या यात्रियों की गलती से, इस बारे में फिलहाल दक्षिण पूर्व रेलवे (दपूरे) की ओर से खुलासा नहीं किया गया है। दपूरे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी संजय घोष ने इस बारे में बताया कि रेलवे की ओर से गठित 4 सदस्यीय कमेटी की जांच रिपोर्ट बुधवार को मिली है।
कमेटी में शामिल दक्षिण-पूर्व रेलवे के प्रधान मुख्य वाणिज्यिक प्रबंधक, प्रधान मुख्य अभियंता, प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त सह महानिरीक्षक और मुख्य सुरक्षा अधिकारी ने प्रत्यक्षदर्शियों, संबंधित अधिकारियों, सीसीटीवी फुटेज और अन्य जरिए से जांच कर अपने विस्तृत रिपोर्ट सौंपी है। इसकी समीक्षा की जा रही है। जल्द ही कमेटी की रिपोर्ट के अनुसार आवश्यक कदम उठाया जाएगा।
इस बारे में पूछने पर दक्षिण पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक पीएस मिश्रा ने बताया कि भगदड़ की घटना के बाद सभी फुटओवर ब्रिज का विभिन्न मंडल प्रबंधकों की ओर से निरीक्षण किया गया है। जहां किसी तरह की बदलाव या मरम्मत या दूसरे ब्रिज बनाने की जरूरत है, उसका भी काम शुरू कर दिया जाएगा, क्योंकि रेलवे के पास फंड की कमी नहीं है। यात्रियों की सुरक्षा व सुरक्षित यात्रा हमारा दायित्व है।
पीएस मिश्रा ने बताया कि जांच की रिपोर्ट मिल गई है इसका अध्ययन किया जा रहा है इसके अलावा सुरक्षा के प्रति सतर्कता बरतते हुए संतरागाछी स्टेशन पर दो फुट ओवरब्रिज का निर्माण कार्य शुरू हो गया है जिसे एक जनवरी से पहले आम लोगों के लिए खोल दिया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि 23 अक्टूबर की शाम एक साथ दो लोकल ट्रेनें और एक एक्सप्रेस ट्रेन के प्लेटफॉर्म पर प्रवेश कर जाने की वजह से इस में चढ़ने और उतरने वालों की इतनी भारी भीड़ फुटओवर ब्रिज पर हुई कि लोगों के बीच भगदड़ मच गई जिसमें दबकर दो लोग उसी दिन मर गए जबकि तीसरे व्यक्ति ने दूसरे दिन हावड़ा जिला अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
रेलवे और राज्य सरकारों ने मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख और गंभीर रूप से घायलों को एक-एक लाख की आर्थिक मदद दी है। राज्य सरकार की जीआरपी गैर इरादतन हत्या और अन्य गैर जमानती धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच कर रही है।