दुबई-कोलकाता की फ्लाइट में बम की सूचना से कोलकाता हवाई अड्डे पर मचा हड़कंप
एमएलयू ने कोलकाता हवाई अड्डे के अधिकारियों को सूचित किया कि विदेश से आने वाली या फिर किसी फ्लाइट में बम है। यह स्पष्ट नहीं किया गया कि किस फ्लाइट में बम है। इसके बाद एयपोर्ट पर हड़कंप मचा गया और सभी आश्यक कार्रवाई शुरू हो गई।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। सैन्य संपर्क इकाई की ओर से एक अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट में बम होने की मिली सूचना के बाद कोलकाता के नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर हड़कंप मच गया। हालांक, जब जांच की गई तो यह संदेश झूठा निकला। परंतु, दुबई-कोलकाता की उक्त फ्लाइट से सभी 145 यात्रियों को तत्काल बाहर निकालने के बाद विमान की सघन जांच की गई, लेकिन कुछ नहीं मिला। इस अफवाह की वजह से फ्लाइट काफी देर बाद गंतव्य के लिए फिर से उड़ान भर सकी।
रविवार की सुबह करीब 7.30 बजे सैन्य संपर्क इकाई(एमएलयू) ने कोलकाता हवाई अड्डे के अधिकारियों को सूचित किया कि विदेश से आने वाली या फिर यहां से चीन व दक्षिण पूर्व एशिया को जाने वाली किसी फ्लाइट में बम है। यह स्पष्ट नहीं किया गया कि किस फ्लाइट में बम है। इसके बाद एय पोर्ट पर हड़कंप मचा गया और सभी आश्यक कार्रवाई शुरू हो गई। करीब 8.05 दुबई से आ रही एमिरेट्स एयरलाइंस की फ्लाइट संख्या ईके 570 कोलकाता लैंड कर गई।
हालांकि एमएलयू की ओर से सुबह 7.55 बजे कोलकाता एयर पोर्ट प्रबंधन को फिर से कॉल किया और धमकी फर्जी होने की बात कही गई लेकिन तब बम निरोधी टीम रनवे पर पहुंच चुकी थी। बम की खबर आग की तरह सभी अधिकारियों के बीच सर्कुलेट हो चुका था। उक्त विमान के कोलकाता एयरपोर्ट पर उतरते ही उसे अलग ले जाया गया और सभी यात्रियों को उतारा गया और जांच शुरू की गई।
हालांकि कुछ नहीं मिला है। बाद में जांच के बाद विमान को सुबह 10.06 बजे चार यात्रियों के साथ उड़ान दुबई के लिए रवाना हो सकी। वहीं इस खबर से कोलकाता एयरपोर्ट पर यात्रियों में दहशत देखा गया। उक्त दौरान एयरपोर्ट प्रशासन भी हाई अलर्ट पर था। लगातार जांच की जा रही थी।
बता दें कि कुछ दिन पहले दुबई से मुंबई की फ्लाईट में इस तरह की सूचना मिली थी। हालांकि बाद में पाया गया कि फोन काल झूठा था। काल के बाद मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई थी। विमान में बम या विस्फोटक होने की अफवाह फैलाए जाने का यह पहला मामला नहीं है। इस साल जून में एक शख्स ने दिल्ली-पटना की फ्लाइट में बम होने की सूचना दी थी। बाद में फर्जी काल करने वाले को गिरफ्तार भी किया गया था। अब इस मामले की भी जांच की जा रही है कि सैन्य संपर्क इकाई को यह गलत सूचना किसने दी और क्यों दी। इसकी उच्चस्तरीय जांच की जा रही है।