प्रख्यात नृत्यांगना अमला शंकर का 101 वर्ष की उम्र में निधन, ममता ने कहा- डांस की दुनिया के लिए अपूर्णनीय क्षति
प्रख्यात नृत्यांगना अमला शंकर का 101 वर्ष की उम्र में निधन भारतीय नृत्य जगत के एक सुनहरे युग का अंत शंकर के निधन पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी शोक व्यक्त किया।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। मशहूर नृत्यांगना अमला शंकर का शुक्रवार सुबह कोलकाता में निधन हो गया। वह 101 वर्ष की थीं। अमला पिछले कुछ समय से बढ़ती उम्र की बीमारियों से जूझ रही थीं। उन्होंने अपने निवास पर अंतिम सांस ली। अमला शंकर की नातिन श्रीनंदा शंकर ने उनके निधन की जानकारी सोशल मीडिया पर दी।
पारिवारिक सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अमला शंकर उम्रजनित बीमारियों से जूझ रही थीं। पिछले कुछ दिनों से उनकी तबीयत बहुत खराब थी। शुक्रवार सुबह उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन के साथ ही भारतीय नृत्य जगत के एक सुनहरे युग का अंत हो गया। अमला शंकर जाने-माने नर्तक उदय शंकर की पत्नी थीं और प्रख्यात सितार वादक रवि शंकर उनके देवर थे। अमला शंकर की पुत्री ममता शंकर भी जानी-मानी नृत्यांगना हैं। 1919 में अमला का जन्म जसोर में हुआ था। अमला का परिवार शुरुआत से कला के क्षेत्र से जुड़ा था। 1930 में उन्होंने अपने गुरु और होने वाले पति उदय शंकर से पहली बार मुलाकात की। अमला की उम्र तब 11 साल थी।
अमला शंकर का जन्म 27 जून, 1919 को अविभाजित भारत के जसोर में हुआ था। महज 11 साल की उम्र में उन्होंने इंटरनेशनल कॉलोनियल एग्जीबिशन में हिस्सा लिया था। वहीं उनकी मुलाकात उदय शंकर से हुई थी, जिसके बाद वह उनकी नृत्य मंडली में शामिल हो गई थी। 1942 में दोनों का विवाह हुआ। उनकी नृत्य जोडी़ काफी मशहूर हुई थी। 1948 में दोनों ने 'कल्पना' नामक एक फिल्म में अभिनय भी किया था, जिसकी 2012 में कान फिल्मोत्सव में स्क्रीनिंग हुई थी। अमला ने अपनी पहली परफॉर्मेंस साल 1931 में बेल्जियम में दी। 1939 में अमला एक डांस ग्रुप के साथ चेन्नई में परफॉर्मेंस दे रही थीं। उस वक्त उदय ने उन्हें शादी के लिए प्रपोज किया। 1942 में अमला और उदय शादी के बंधन में बंध गए। दोनों के दो बच्चे हैं बेटा आनंद और बेटी ममता। दोनों ही संगीत और कला के क्षेत्र से जुड़े हुए हैं।
श्रीनंदा ने फेसबुक पर लिखा, 'आज हमारी 'थम्मा' हमें छोड़कर चली गईं। वह 101 वर्ष की थीं। पिछले महीने ही हमने उनका जन्मदिन मनाया था। बेचैनी सी है। मुम्बई और कोलकाता के लिए कोई उड़ान नहीं है। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे। उनके जाने से एक युग का अंत हुआ है। जो कुछ भी दिया उसके लिए शुक्रिया।' राज्यपाल जगदीप धनखड़ और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अमला शंकर के निधन पर गहरा शोक जताया है। महानगर के केवड़ातल्ला श्मशान घाट पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। ममता बनर्जी ने कहा कि अमला शंकर का जाना डांस की दुनिया के लिए अपूर्णनीय क्षति है।