West Bengal : ई-पॉस मशीनों में 4.30 लाख राशन कार्ड धारकों के नहीं हुए पंजीकरण
ई-पॉस मशीनों में 4.30 लाख राशन कार्ड धारकों के नहीं हुए पंजीकरण
कोलकाता, जागरण संवाददाता। राज्य भर में ई-पॉस मशीनों में राशन कार्ड धारकों के पंजीकरण की राज्य खाद्य व आपूर्ति विभाग की पहल में इस बात का खुलासा हुआ है कि मशीनों में करीब 4.30 लाख लाभार्थियों ने पंजीकरण नहीं कराया है। प्रत्येक परिवार के सदस्य को इस मशीन में अपना फिंगरप्रिंट देना आवश्यक है। इसके लिए उन्हें अपने संबंधित आधार कार्ड भी प्रस्तुत करने होंगे, ताकि राशन कार्ड आधार से जुड़ा हो और परिवार के किसी एक सदस्य के लिए भी पूरे परिवार का राशन वापस लिया जा सकता है।
राज्य भर में सौ राशन की दुकानों के मामले में, केवल एक ही परिवार के सदस्य ने ई-पॉस मशीनों में पंजीकरण को अपना आधार कार्ड प्रस्तुत किया है। ऐसे में 4.30 लाख लोग अभी भी अपना पंजीकरण नहीं कराए हैं। इसकी जानकारी राज्य के खाद्य व आपूर्ति मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक ने दी। वहीं उन्होंने छूटे परिवार के लोगों के पंजीकरण की प्रक्रिया तेज करने को एक समिति बनाई है, जो आवश्यक कदम उठाने को राशन दुकान मालिकों से संपर्क करेंगे।
इस मामले के सामने आने के बाद राज्य खाद्य विभाग के पास उपलब्ध राशन कार्ड धारकों का डेटाबेस राशन की दुकानों के डेटाबेस के साथ ई-पॉस मशीनों से मेल नहीं खा रहा है। विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अब तक 13.59 लाख लोगों ने ई-पॉस मशीनों में अपना पंजीकरण कराया है, जो कि राज्य भर में 21,000 राशन की दुकानों के बहुमत से स्थापित की गई हैं।
राज्य खाद्य व आपूर्ति विभाग ने राशन दुकान मालिकों के एक वर्ग द्वारा ग्राहकों से गलत व्यवहार की शिकायत के बाद समस्या के निराकरण को 2019 के मध्य से राशन दुकानों में ऐसी मशीनें स्थापित करना शुरू किया है। विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि यह ग्राहकों को कम मात्रा में अनाज देने या घटिया सामानों से निपटने जैसी कपटपूर्ण प्रथाओं का पता लगाने में सक्षम होगा, जो वास्तव में विभाग द्वारा आपूर्ति नहीं की जाती है।