बंगाल में लोकल ट्रेन सेवा बहाल होते ही मेट्रो ट्रेनों में तेजी से बढ़ रही भीड़, रेलवे व रोडवेज प्रशासन भी सतर्क
बढ़ोतरी-कोलकाता मेट्रो के यात्रियों का दैनिक आंकड़ा एक लाख के करीब पहुंचा। आने वाले दिनों में मेट्रो ट्रेनों की संख्या बढ़ाने पर गंभीरता से किया जा रहा विचार। मेट्रो ट्रेनों पर भी अचानक से दबाव बढ़ना शुरू हो गया है। कोविड प्रोटोकॉल का पूरा ध्यान रखा जा रहा है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल में लोकल ट्रेन सेवा बहाल होते ही कोलकाता की मेट्रो ट्रेनों में भीड़ तेजी से बढ़नी शुरू हो गई है। कोलकाता मेट्रो के यात्रियों का दैनिक आंकड़ा एक लाख के करीब पहुंच गया है।
पहले इतनी भीड़ नहीं देखी जा रही थी
गौरतलब है कि मेट्रो ट्रेन सेवा बहाल होने के बाद पहले जितनी भीड़ नहीं देखी जा रही थी लेकिन जब से लोकल ट्रेन सेवा बहाल हुई है, मेट्रो ट्रेनों पर भी अचानक से दबाव बढ़ना शुरू हो गया है।
12 को मेट्रो रूट पर 97,515 यात्री जुटे
गत 11 नवंबर से लोकल ट्रेनें शुरू होने के बाद दमदम-कवि सुभाष मेट्रो स्टेशनों के बीच 98,086 लोगों ने यात्रा की। 12 नवंबर को इस मेट्रो रूट पर 97,515 यात्री जुटे।
10 से 11 बजे 10 हजार लोग चढ़ रहे
कोलकाता मेट्रो सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सुबह आठ से नौ बजे के दौरान मेट्रो ट्रेनों में करीब साढ़े पांच हजार लोग चढ़ रहे हैं। 10 से 11 बजे के दौरान यह आंकड़ा बढ़कर साढ़े 10 हजार तक पहुंच रहा है।
शाम को ऑफिस लौटने वाले ज्यादा
वहीं 11 से 12 बजे के बीच साढ़े सात हजार यात्री हो रहे हैं। शाम को ऑफिस से लौटने के दौरान भी काफी भीड़ हो रही है। सूत्रों ने आगे बताया कि कोविड प्रोटोकॉल का पूरा ध्यान रखा जा रहा है।
ट्रेनों की संख्या बढ़ाई जा सकती है
मेट्रो ट्रेनों में जिस तरह से भीड़ बढ़ रही है, उसे देखते हुए आने वाले दिनों में ट्रेनों की संख्या बढ़ाई जा सकती है। मेट्रो यात्रियों की तरह ही निजी बस यात्रियों की संख्या में भी तेजी से इजाफा हुआ है।
निजी बस यात्रियों में भी इजाफा
हावड़ा व सियालदह स्टेशनों पर लोकल ट्रेनों से बड़ी तादाद में लोग पहुंच रहे हैं और वहां से बसों से ही अपने गंतव्य स्थलों पर आ-जा रहे हैं। कोलकाता और उपनगरीय इलाकों में निजी बसों की संख्या पहले ही बढ़ाई जा चुकी है और अब मेट्रो ट्रेनों की संख्या बढ़ाने पर भी गंभीरता से विचार कर रहे हैं।