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Ram Mandir Bhoomi Pujan: पांच अगस्त का दिन ऐतिहासिक, राष्ट्रीय अवकाश घोषित हो : दिलीप घोष

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष व सांसद दिलीप घोष ने बुधवार को अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए हुए भूमि पूजन को ऐतिहासिक दिन बताते हुए 5 अगस्त को राष्ट्रीय अवकाश घोषित करने की मांग की है

By Vijay KumarEdited By: Published: Wed, 05 Aug 2020 08:59 PM (IST)Updated: Wed, 05 Aug 2020 08:59 PM (IST)
Ram Mandir Bhoomi Pujan: पांच अगस्त का दिन ऐतिहासिक, राष्ट्रीय अवकाश घोषित हो : दिलीप घोष
Ram Mandir Bhoomi Pujan: पांच अगस्त का दिन ऐतिहासिक, राष्ट्रीय अवकाश घोषित हो : दिलीप घोष

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : प्रदेश भाजपा अध्यक्ष व सांसद दिलीप घोष ने बुधवार को अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए हुए भूमि पूजन को ऐतिहासिक दिन बताते हुए 5 अगस्त को राष्ट्रीय अवकाश घोषित करने की मांग की है। अयोध्या में दोपहर लगभग 12:30 बजे जब शुभ मुहूर्त में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भूमि पूजन कर रहे थे उसी दौरान घोष ने कोलकाता के न्यूटाउन स्थित अपने आवास पर श्रीराम और हनुमान की पूजा-अर्चना की और शंखनाद किया। पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि तृणमूल सरकार जानबूझ कर इस दिन बंगाल में पूर्ण लॉकडाउन लगाकर समाज में विभाजन पैदा करने की कोशिश कर रही है। घोष ने कहा कि पांच अगस्त का दिन ऐतिहासिक है। इसे युगों-युगों तक स्मरण रखा जायेगा। यह एक विशेष दिन है और उत्साह के साथ भारतवासी इस दिन का स्मरण रखेंगे। इस दिन को राष्ट्रीय अवकाश घोषित किया जाना चाहिए। 

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सरकार ने हिंदू समाज की भावनाओं को नजरअंदाज किया

वहीं, ममता सरकार पर बरसते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा की बार-बार अपील के बावजूद बंगाल सरकार ने जानबूझ कर पांच अगस्त की लॉकडाउन की तारीख नहीं बदली। राज्य सरकार समाज में विभाजन पैदा करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन का दिन आसानी से चार या छह अगस्त को बदला जा सकता था, लेकिन हिंदू समाज की भावनाओं को नजरअंदाज किया गया। 

घोष का आरोप, हिंदुओं के गौरव के दिन लॉकडाउन रखा गया

घोष ने आरोप लगाया कि मुस्लिम समाज के ईद और मुहर्रम को छोड़ दिया गया है, लेकिन हिंदुओं के गौरव के दिन लॉकडाउन रखा गया। सरकार अप्रत्यक्ष रूप से इस फैसले से मुसलमानों को खुश करने की कोशिश की है। उन्होंने कहा कि मुस्लिम समुदाय में किसी ने भी यह नहीं कहा था कि इस दिन को बंद कर दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि मुसलमान भी राम मंदिर के पक्ष में हैं। उन्होंने कहा कि राज्य के लोगों ने शांतिपूर्ण व लॉकडाउन के नियमों का पालन करते हुए इस ऐतिहासिक दिन का पालन किया, लेकिन उसमें भी पुलिस ने बाधा दी और लोगों को गिरफ्तार कर लिया। लोगों ने अपने घरों में पूजा-अर्चना की और शंखनाद किया। घोष ने दावा किया कि भूमि पूजन के दिन लॉकडाउन रखकर लोगों की भावनाओं का जो अनादर किया गया है, बंगाल की जनता तृणमूल को इसका जवाब अगले चुनाव में जरूर देगी।


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