Ram Mandir Ayodhya: प्रियंका गांधी के बयान को लेकर माकपा नेताओं के अलग-अलग सुर
प्रियंका गांधी के बयान को लेकर माकपा के वरिष्ठ नेता विमान बोस ने बयान से किया किनारा मानव मुखर्जी ने कहा-सुविधावादी राजनीति करती है कांग्रेस
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। अयोध्या में राम मंदिर के भूमि पूजन पर कांग्रेस नेत्री प्रियंका गांधी वाड्रा के बयान को लेकर बंगाल में माकपा नेताओं के अलग-अलग सुर सुनने को मिल रहे हैं। बंगाल कांग्रेस ने हाल में अपना अध्यक्ष खोया है। सोमेन मित्रा के निधन पर माकपा के वरिष्ठ नेता व वाममोर्चा के चेयरमैन विमान बोस ने गहरा शोक जाहिर करते हुए कहा कि सोमेन मित्रा के चले जाने से कांग्रेस-वामो के संयुक्त आंदोलन को भारी क्षति हुई है।
विमान ने कांग्रेस के प्रति एकजुटता दिखाते हुए प्रियंका गांधी के बयान पर कोई प्रतिक्रिया जाहिर नहीं की लेकिन उन्हीं की पार्टी के वरिष्ठ नेता मानव मुखर्जी ने प्रियंका के बयान को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा है। मानव ने फेसबुक पर लिखा-'आज फिर से साबित हो गया कि धर्मनिरपेक्षता को लेकर कांग्रेस सुविधावादी राजनीति करती है। धर्म को उत्साहित करना किसी राजनीतिक दल का काम नहीं है। इसी को स्वाभाविक तौर पर धर्मनिरपेक्षता कहते हैं।'
हालांकि कुछ देर बाद ही माकपा नेता ने एक और फेसबुक पोस्ट करके कहा-'आज की परिस्थितियों में कांग्रेस के साथ गठबंधन करके ही हमें आगे बढ़ना होगा।' माकपा सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार विमान बोस की हिदायत पर मानव ने अपने रूख को नरम करते हुए 'डैमेज कंट्रोल' करने की कोशिश की है। गौरतलब है कि अयोध्या में राम मंदिर के भूमि पूजन को लेकर प्रियंका गांधी ने कहा था कि सरलता, साहस, संयम, आश्वासन, दीनबंधु राम के ही नाम का सारांश है। राम सबके साथ हैं और सबके लिए हैं।
मानव मुखर्जी को प्रियंका गांधी का यह बयान रास नहीं आया था और उन्होंने कांग्रेस को सुविधावादी करार दे दिया लेकिन माकपा के नेतृत्व वाला वाममोर्चा प्रियंका के बयान से खुद को दूर ही रखना चाहता है।
गौरतलब है कि बंगाल में इस समय वाममोर्चा और कांग्रेस, दोनों की ही हालत बेहद खराब है इसलिए दोनों एक-दूसरे के सहारे आगे बढ़ना चाह रहे हैं। बंगाल में विधानसभा चुनाव अगले साल ही है इसलिए वाममोर्चा कांग्रेस के साथ अपने रिश्तो में किसी तरह की कटुता नहीं लाना चाहती इसलिए मानव मुखर्जी को तुरंत हिदायत दी गई। मानव मुखर्जी के बयान पर प्रदेश कांग्रेस की ओर से अब तक कोई प्रतिक्रिया जाहिर नहीं की गई है।