Durga Puja 2020 : बंगाल में दुर्गापूजा के समय कोरोना का संक्रमण फैलने से रोकने में मददगार साबित हो सकती है बारिश
Durga Puja 2020 षष्ठी से अष्टमी तक कोलकाता समेत बंगाल के विभिन्न जिलों में बारिश के हैं आसार। बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव की सृष्टि होने की प्रबल संभावना। दुर्गापूजा बड़ा त्योहार है इसलिए लोगों को पूजा के दिनों में घर में बांधकर रखना भी संभव नहीं है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल में दुर्गापूजा के समय कोरोना का संक्रमण तेजी से फैलने की आशंका जताई जा रही है। पूजा की खरीदारी को लेकर इन दिनों बाजारों में जिस तरह से लोग उमड़ रहे हैं, उससे आसानी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि पूजा में कितनी भीड़ होगी। दुर्गापूजा बंगाल का सबसे बड़ा त्योहार है इसलिए लोगों को पूजा के दिनों में घर में बांधकर रखना भी संभव नहीं है।
हर रोज 60 से अधिक लोगों की मौत
कोलकाता समेत राज्यभर में पूजा पंडालों का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। बंगाल में इस समय रोजाना कोरोना के 3,700 से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं और हर रोज 60 से अधिक लोगों की मौतें हो रही हैं। गौर करने वाली बात यह है कि कोरोना की जांच में थोड़ी कमी हुई है।
मुख्य व गृह सचिव को जवाब देना है
पूजा की अनुमति देने को लेकर राज्य प्रशासन के खिलाफ पहले ही कलकत्ता हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर हो चुकी है। अदालत ने राज्य के मुख्य व गृह सचिव को हलफनामा दाखिल कर जवाब देने को कहा है कि राज्य प्रशासन दुर्गापूजा की भीड़ को किस तरह से नियंत्रित करेगा।
विभिन्न जिलों में भारी बारिश की संभावना
लाखों की भीड़ को नियंत्रित करना राज्य प्रशासन के लिए कड़ी चुनौती होगी, हालांकि उसके लिए राहत वाली एक खबर भी है। पूजा के दिनों में कोलकाता समेत बंगाल के विभिन्न जिलों में भारी बारिश की संभावना है। षष्ठी से अष्टमी तक बारिश के आसार हैं।
बंगाल में निम्न दबाव की सृष्टि की संभावना
कारण सोमवार से बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव की सृष्टि की संभावना है। अलीपुर मौसम कार्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि आमतौर पर मानसून अक्टूबर के दूसरे हफ्ते तक बंगाल से विदाई ले लेता है लेकिन इस साल निम्न दबाव की संभावना के कारण बारिश के प्रबल आसार हैं।
संक्रमण फैलने की आशंका भी कम ही होगी
अगर मौसम विभाग की भविष्यवाणी सही साबित हुई तो बारिश के कारण पूजा घूमने कम लोग घरों से निकलेंगे, जिससे भीड़ भी कम होगी। कोरोना का संक्रमण फैलने की आशंका भी कम हो जाएगी।
महाराष्ट्र्र में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ेे थे
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में गणेशोत्सव और केरल में ओणम के बाद वहां कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ गए थे। बंगाल को लेकर भी अब इसी तरह की चिंता है।
बड़ी तादाद में लोग घूमने आते हैं कोलकाता
इस बार कोलकाता में भीड़ होने की संभावना इसलिए भी कम है क्योंकि लोकल ट्रेनें अब तक चालू नहीं की गई हैं। पूजा के समय बंगाल के विभिन्न जिलों व उपनगरों से बड़ी तादाद में लोग पूजा घूमने कोलकाता आते हैं। लोकल ट्रेनें बंद होने के कारण इस बार ऐसा नहीं हो पाएगा।