छह सेंट्रल जेलों में अपनी रेडियो सेवा शुरू करेगी बंगाल सरकार
कैचवर्ड पहल -दमदम सेंट्रल जेल में पहले ही शुरू हो चुकी है रेडियो सेवा -अच्छी प्रतिक्रिया मिलने
कैचवर्ड: पहल
-दमदम सेंट्रल जेल में पहले ही शुरू हो चुकी है रेडियो सेवा
-अच्छी प्रतिक्रिया मिलने के बाद सरकार ने बनाई है योजना
राज्य ब्यूरो, कोलकाता: बंगाल सरकार सूबे की छह सेंट्रल जेलों में अपनी निजी आंतरिक रेडियो सेवा शुरू करने की तैयारी में है। राज्य के सुधार गृह (जेल) विभाग की ओर से यह निर्णय लिया गया है। कुछ दिन पहले ही महानगर के दमदम सेंट्रल सुधार गृह(जेल) में ऐसी ही एक रेडियो सेवा शुरू की गई। इस सेवा से जेल के कैदी काफी उत्साहित हैं। यहां मिली अच्छी प्रतिक्रिया के बाद अब सरकार सूबे की छह जेलों में भी ऐसी ही रेडियो सेवा शुरू करने की तैयारी शुरू कर दी है। इस नई पहले से जहां एक तरह से कैदियों को मानसिक रूप से शांति मिलेगी वहीं दूसरी ओर एक अलग तरह के कार्य के लिए वे प्रशिक्षित भी होंगे। जेल विभाग के मंत्री उज्ज्वल विश्वास का कहना है कि संगीत से लोगों को मन की शांति व खुशी मिलते ही। कैदी भी तो आम आदमी ही है। इसीलिए हमलोगों ने तय किया है कि चुने गए जेलों के कैदियों को रेडियो जॉकी का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके बाद वे लोग दिन में एक निर्धारित समय वे लोग संगीत कार्यक्रम का संचालन करेंगे। उसी समय एक साथ पूरे जेल में कार्यक्रम का प्रसारण होगा। छह जेलों में इस सेवा के शुरू होने के बाद मिले रिस्पांस के आधार पर सूबे की 57 जेलों में भी यह सेवा शुरू की जा सकती है।
सूत्रों के मुताबिक दमदम सेंट्रल जेल के पांच कैदियों को रेडियो जॉकी के रूप में प्रशिक्षित किया गया है और यहां हर दिन 10 घंटे तक आंतरिक रेडियो सेवा जारी रहती है। अन्य जेलों के लिए साढ़े तीन हजार से अधिक गानों का संग्रह शुरू किया गया है।