डब्ल्यूबीसीएस परीक्षा में पूछा गया मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ‘सबुज साथी’ योजना से जुड़ा सवाल
सुवेंदु अधिकारी ने कसा तंज कहा- यूपीएससी परीक्षा में बंगाल चुनाव के बाद की हिंसा पर सवाल पूछे जाने से पहाड़ टूट कर गिर पड़ा था बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस पर सवाल उठाते हुए केंद्र व यूपीएससी को कटघरे में खड़ा किया था।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) के तहत होने वाली सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) की परीक्षा में बंगाल में चुनावी हिंसा को लेकर पूछे गए सवाल पर पिछले दिनों खासा सियासी विवाद हुआ था।
बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस पर सवाल उठाते हुए केंद्र व यूपीएससी को कटघरे में खड़ा किया था। यह विवाद अभी शांत भी नहीं हुआ था कि अब वेस्ट बंगाल सिविल सर्विस (डब्ल्यूबीसीएस) की परीक्षा में ममता सरकार की योजना ‘सबुज साथी’ से जुड़ा सवाल पूछा गया है। इसके बाद अब बंगाल भाजपा के वरिष्ठ नेता और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने इसको लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर तंज कसा है।
सुवेंदु ने सोमवार को ट्वीट किया, जब यूपीएससी परीक्षा के पेपर में बंगाल चुनाव के बाद की हिंसा पर सवाल पूछा गया था तो पहाड़ टूट कर गिर पड़ा था। अब जबकि डब्ल्यूबीसीएस परीक्षा के पेपर में बंगाल सरकार की योजना का विज्ञापन किया जा रहा है, तो आइए देखें कि छद्म बुद्धिजीवी क्या कहते हैं?
बता दें कि वेस्ट बंगाल सिविल सर्विस की परीक्षा में सवाल किया गया है कि बंगाल सरकार की सबुज साथी परियोजना में सरकारी व सरकारी संरक्षित विद्यालयों/मदरसों के किस कक्षा के छात्र-छात्राओं को साइकिल दी जाती है? वैकल्पिक सवाल के साथ चार जवाब दिए गए हैं, जिनमें नवमीं कक्षा से लेकर दसवीं कक्षा के विकल्प दिए गए हैं, जो की सवाल का जवाब है। बता दें कि सबुज साथी योजना के तहत नौंवी और दसवीं कक्षा के स्कूली बच्चों को ममता सरकार निःशुल्क साइकिल देती हैं।
ममता ने यूपीएससी परीक्षा के प्रश्न पत्र पर उठाए थे सवाल
बता दें कि आठ अगस्त को सीएपीएफ की परीक्षा में बंगाल में चुनावी हिंसा को लेकर सवाल किया गया था। परीक्षा में एक सवाल किया गया था कि ‘बंगाल चुनाव हिंसा पर करीब 200 शब्दों में प्रतिवेदन’ लिखिए। इस सवाल पर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने भाजपा पर निशाना साधा था। खुद टीएमसी सुप्रीमो व मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने यूपीएससी की आलोचना करते हुए कहा था कि संघ लोक सेवा आयोग निष्पक्ष हुआ करता था। लेकिन अब इसके प्रश्न पत्रों में भाजपा सवाल दे रही है। उन्होंने आरोप लगाया था कि भाजपा यूपीएससी जैसी संस्थाओं को बर्बाद कर रही है।