पुष्पांजलि, संधि पूजा और कुमारी पूजन : महाअष्टमी पर आदिशक्ति की आराधना में लीन रहा कोलकाता समेत समूचा बंगाल
आदिशक्ति की आराधना-पुष्पांजलि संधि पूजा और कुमारी पूजन में शामिल हुए लोग। पूजा में घूमने को लेकर अष्टमी में भी नहीं देखा गया भारी उत्साह। गौरतलब है कि हर साल बेलूरमठ में कुमारी पूजन देखने हजारों की संख्या में लोग उमड़ते हैं।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : पुष्पांजलि, संधि पूजा और कुमारी पूजन। महाअष्टमी पर कोलकाता समेत समूचा बंगाल आदिशक्ति की आराधना में लीन रहा। कोरोना और कलकत्ता हाईकोर्ट के निर्देश के कारण पूजा घूमने को लेकर भले लोगों में भारी उत्साह नहीं देखा जा रहा है लेकिन पुष्पांजलि, संधि पूजा और कुमारी पूजन में शामिल होने के लिए पूजा पंडाल परिसर में बड़ी संख्या में लोग उमड़े। गौरतलब है कि हर साल बेलूरमठ में कुमारी पूजन देखने हजारों की संख्या में लोग उमड़ते हैं।
थोड़े ज्यादा लोग पंडाल देखने निकले
रामकृष्ण मिशन के वैश्विक मुख्यालय बेलूरमठ में विश्व विख्यात कुमारी पूजन का आयोजन हुआ। कोरोना के कारण लोगों के बेलूरमठ में प्रवेश करने से पर पूरी तरह से प्रतिबंध था। इससे लोगों को काफी निराशा हुई, खासकर उनको, जो वर्षों से कुमारी पूजन देखने बेलूरमठ आ रहे हैं। सप्तमी की तुलना में अष्टमी के दिन हालांकि थोड़े ज्यादा लोग पंडाल देखने निकले लेकिन हर साल अष्टमी पर होने वाली भीड़ से यह संख्या कोसों दूर थी।
इससाल पूजा महज औपचारिकता बनी
दुर्गोत्सव कमेटियों के लिए इस साल पूजा महज औपचारिकता बनकर रह गई है। बड़े-बड़े पंडाल तैयार करने वाले पूजा आयोजक सबसे ज्यादा मायूस हैं क्योंकि उनकी मेहनत और थीम तैयार करने में लगा पैसा, सबकुछ बेकार चला गया है इसलिए अब वे ऑनलाइन दर्शन कराने पर ज्यादा जोर दे रहे हैं। लोगों ने भी इस बार घर बैठे-बैठे टीवी पर और आनलाइन पंडाल देखने का मन बना लिया है।