विश्वभारती विवि के पौष मेला मैदान में किसी भी तरह का निर्माण नहीं चाहती : ममता
वीरभूम जिले में सोमवार को विश्व भारती विश्वविद्यालय परिसर के पौष मेला मैदान में चारदीवारी के निर्माण के विरोध को लेकर हुए हंगामे के बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने खुलकर बात की।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : वीरभूम जिले में सोमवार को विश्व भारती विश्वविद्यालय परिसर के पौष मेला मैदान में चारदीवारी के निर्माण के विरोध को लेकर हुए हंगामे के बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि वह वहां किसी भी तरह का निर्माण नहीं चाहती हैं। साथ ही पुलिस को इस संबंध में सभी पक्षकारों की बैठक बुलाने का निर्देश दिया। विश्व भारती को केंद्रीय विश्वविद्यालय बताते हुए सुश्री बनर्जी ने कहा कि पौष मेला मैदान पर हिंसा को लेकर सोमवार को उनकी राज्यपाल से बात हुई और उन्होंने राज्यपाल को बताया कि इस मामले में राज्य सरकार की 'सीमित' भूमिका थी। सूत्रों ने बताया कि शरद ऋतु में इस मैदान में सालाना ‘पौष मेला’ आयोजित होता है और विश्वविद्यालय प्रशासन ने यहां चारदीवारी निर्माण का निर्णय लिया था जो जिसका काम शुरू था। करीब 4,000 लोग शांति निकेतन परिसर के पास पहुंचे और अचानक अंदर दाखिल हो गए।
उन्होंने संपत्ति को नुकसान पहुंचाना शुरू कर दिया और जेसीबी की मदद से विश्वविद्यालय के एक दरवाजे को गिराना शुरू कर दिया। ममता ने कहा कि राज्यपाल ने मुझे फोन किया था। मैदान पर हुई हिंसा को लेकर हमारी चर्चा हुई थी। मैंने उन्हें कहा कि नोबेल पुरस्कार विजेता रवींद्रनाथ टैगोर ने विभिन्न त्योहार मनाने के लिए इसकी स्थापना की थी। मैंने उन्हें यह भी बताया कि मैं उस मैदान पर किसी भी तरह का निर्माण नहीं चाहती हूं।
किन्नरों के लिए राशन कार्ड की व्यवस्था करेगी ममता सरकार
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : ममता सरकार किन्नरों के लिए राशन कार्ड की व्यवस्था करेगी। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को राज्य सचिवालय नवान्न में इसकी जानकारी देते हुए कहा कि किन्नरों के लिए राशन कार्ड तैयार किया जाएगा। उन्हें अगले साल जून तक मुफ्त में राशन भी दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि तृतीय लिंग वालों ने कई बार राज्य सरकार से संपर्क कर अपने अधिकारों की मांग की है। कोरोना के कारण यह समुदाय भी काफी परेशानी में है। सभी पहलुओं पर सोच-विचार करने के बाद उनके लिए राशन कार्ड तैयार करने का निर्णय लिया गया है।जब तक राशन कार्ड तैयार नहीं हो जाता,तब तक उन्हें कूपन के माध्यम से राशन प्रदान किया जाएगा। ममता सरकार ने सेक्स वर्करों को भी राशन प्रदान करने की घोषणा की है।
गौरतलब है कि कोलकाता व आसपास के इलाकों में बड़ी संख्या में तीसरे लिंग से जुड़े लोग वास करते हैं। उनमें से अधिकांश के पास राशन कार्ड नहीं है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी राज्यवासियों को अगले साल जून तक मुफ्त में राशन प्रदान करने की घोषणा कर चुकी हैं।