उत्तर 24 परगना जिले के मध्यमग्राम में प्रमोटर की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या
उत्तर 24 परगना जिले के हबरा इलाके में स्थित श्री चैतन्य कॉलेज के एक प्रोफेसर को साथी प्रोफेसर को नीची जात का कहकर अपमानित करने के मामले में गिरफ्तार किया गया है। आरोपित का नाम आलोक कुमार चक्रवर्ती है
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। उत्तर 24 परगना जिले के मध्यमग्राम में एक भाजपा कार्यकर्ता की मंगलवार को अज्ञात लोगों ने दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी। मृतक का नाम अशोक सर्दार (50) है। अशोक पेशे से प्रमोटर थे। कहा जा रहा है कि भूमि विवाद को लेकर उनकी हत्या की गई है। आरोप की सूई तृणमूल कांग्रेस पर है जबकि सत्तारूढ़ दल ने वारदात में हाथ होने से इन्कार किया है। यह वारदात मंगलवार सुबह करीब 11 बजे मध्यमग्राम के राजबाटी इलाके में हुई। प्राप्त जानकारी के अनुसार वहां एक जमीन के चारों तरफ दीवार खड़ी करने का काम चल रहा था। अशोक वहीं खड़े होकर मजदूरों से काम करा रहे थे। उसी समय बाइक पर सवार होकर कुछ लोग वहां पहुंचे और अशोक पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं। एक गोली अशोक के सिर और एक सीने में लगी।
अशोक वहीं गिर पड़े और मौके पर ही उनकी मौत हो गई। पता चला है कि इस वारदात से कुछ घंटे पहले ही अशोक के साथ कुछ लोगों की जमीन को लेकर लड़ाई हुई थी। मृतक के परिजनों से मिली जानकारी के मुताबिक सालभर पहले भी अशोक पर इसी तरह से जानलेवा हमला हुआ था, हालांकि उस समय वे बाल-बाल बच गए थे। मामले की जांच में उतरी पुलिस को वारदात के पीछे सुपारी किलर का हाथ होने का अनुमान है। इस बीच इस वारदात ने राजनीतिक रंग ले लिया है। मृतक के बेटे ने दावा किया है कि उनके पिता की तृणमूल कांग्रेस के लोगों ने हत्या कराई है। दूसरी तरफ तृणमूल ने इस वारदात में अपना हाथ होने से साफ इन्कार किया है।
साथी को 'नीची जात' का कहकर अपमानित करने के मामले में कालेज प्रोफेसर गिरफ्तार
उत्तर 24 परगना जिले के हबरा इलाके में स्थित श्री चैतन्य कॉलेज के एक प्रोफेसर को साथी प्रोफेसर को 'नीची जात' का कहकर अपमानित करने के मामले में गिरफ्तार किया गया है। आरोपित का नाम आलोक कुमार चक्रवर्ती है। उसे हबरा के प्रफुल्ल नगर स्थित उसके घर से गिरफ्तार किया गया। बारासात अदालत में पेश करने पर उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
आलोक कुमार पर एक महीने पहले साथी प्रोफेसर व कॉलेज के अध्यक्ष इंद्रमोहन मंडल को प्रोफेसरों के वाट्सएप ग्रुप पर 'नीची जात' का बताकर अपमानित करने का आरोप है। इंद्रमोहन ने पुलिस में इसकी शिकायत की थी। बारासात के डीएसपी( हेडक्वार्टर) रोहित शेख ने मामले की जांच में आरोप को सही पाया, जिसके बाद आलोक कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया। आलोक कुमार की उस टिप्पणी का उसके कई सहकर्मियों ने विरोध करते हुए उसे हटाने को कहा था, लेकिन वह नहीं माना।
इंद्रमोहन ने कहा कि एक शिक्षक अगर दूसरे शिक्षक के बारे में इस तरह की अशालीन टिप्पणी करेगा तो छात्र क्या सीखेंगे? इसी सामाजिक दायित्व को समझते हुए उन्होंने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई थी।