Bengal Chunav 2021: प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- बंगाल को व्यापार व औद्योगिकीकरण में फिर से देश में अव्वल बनाना है
Bengal Chunav 2021 प्रधानमंत्री ने कहा कि आज बंगाल सहित समूचे पूर्वी भारत के लिए बड़ा महत्वपूर्ण अवसर है। पूर्वी भारत की कनेक्टिविटी और स्वच्छ ईंधन के मामले में आत्मनिर्भरता के लिए आज बहुत बड़ा दिन है। गैस आधारित अर्थव्यवस्था आज भारत की जरूरत है।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। Bengal Chunav 2021: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को बंगाल के औद्योगिक नगरी हल्दिया में तेल, गैस व आधारभूत संरचना से जुड़ी 4700 करोड़ रुपये की चार महत्वाकांक्षी परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित किया।ये सभी परियोजनाएं गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया (गेल), भारतीय तेल निगम (आइओसी), भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) और भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) से जुड़ी हैं।इस मौके पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बंगाल सहित पूर्वोत्तर भारत के विकास के लिए उनकी सरकार निरंतर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि बंगाल एक समय व्यापार व उद्योग के मामले में पूरे देश का नेतृत्व करता था। लेकिन आज बहुत पीछे चला गया है।
बंगाल के औद्योगिक गौरव को फिर से वापस लाने के लिए यहां उद्योग का विकास करना होगा। बंगाल को व्यापार और औद्योगिकीकरण के क्षेत्र में फिर से अव्वल बनाना ही हमारा लक्ष्य है। हमारी सरकार बंगाल के साथ-साथ पूरे पूर्वी भारत का विकास करने के लिए प्रतिबद्ध है।
प्रधानमंत्री ने यहां सबसे पहले बीपीसीएल द्वारा 1097.54 करोड़ रुपये की लागत से हल्दिया में निर्मित एलपीजी इंपोर्ट टर्मिनल का रिमोट से उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहत बंगाल सहित पूर्वी राज्यों में करोड़ों नए एलपीजी कनेक्शन दिये गये हैं, उन्हें निरंतर एलपीजी की आपूर्ति करने के लिए इस एलपीजी टर्मिनल का निर्माण किया है।
पीएम ने यहां 2,433 करोड़ रुपये की लागत से प्रधानमंत्री ऊर्जा गंगा परियोजना के तहत तैयार 347 किलोमीटर लंबी डोभी-दुर्गापुर प्राकृतिक गैस पाइपलाइन को भी देशवासियों को समर्पित किया। इस पाइपलाइन से बंगाल के कुछ शहरों दुर्गापुर, आसनसोल व पुरुलिया में गैस वितरण के साथ झारखंड के सिंदरी उर्वरक संयंत्र और मेटिक्स उर्वरक संयंत्र को प्राकृतिक गैस की आपूर्ति की जाएगी। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) द्वारा नवनिर्मित रेल ओवरब्रिज का भी उद्घाटन किया। इसके साथ-साथ प्रधानमंत्री ने आइओसी के हल्दिया रिफाइनरी में कैटालिटिक आइसो डिवैक्सीन यूनिट का भी शिलान्यास किया।
ईज ऑफ लिविंग व इज ऑफ डूइंग बिजनेस को मिलेगा बढ़ावा
प्रधानमंत्री ने इन योजनाओं का उद्घाटन करते हुए कहा कि इससे बंगाल सहित पूरे पूर्वी भारत में ईज ऑफ लिविंग और ईज ऑफ डुइंग बिज़नेस को बढ़ावा मिलेगा। पीएम ने इस मौके पर कहा कि पिछले छह वर्षों से वह पूर्वी भारत के विकास के लिए निरंतर काम कर रहे हैं और आज जिन परियोजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास किया गया, ये पूर्वी भारत सहित देश के कई राज्यों के विकास को नयी दिशा देगा।
गैस आधारित अर्थव्यवस्था आज भारत की जरूरत है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज बंगाल सहित समूचे पूर्वी भारत के लिए बड़ा महत्वपूर्ण अवसर है। पूर्वी भारत की कनेक्टिविटी और स्वच्छ ईंधन के मामले में आत्मनिर्भरता के लिए आज बहुत बड़ा दिन है। गैस आधारित अर्थव्यवस्था आज भारत की जरूरत है। वन नेशन-वन गैस ग्रिड इसी जरूरत को पूरा करने का एक महत्वपूर्ण अभियान है। उन्होंने इस योजना को पूरा करने के लिए बंगाल सरकार को भी मदद करने का आह्वान किया। उन्होंने जगदीशपुर व दुर्गापुर, दोनों स्थानों से हल्दिया तक गैस पाइपलाइन बिछाने का काम जल्द से जल्द पूरा करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र की सबसे बड़ी समस्या पारंपरिक कनेक्टिविटी का अभाव तो था ही, गैस कनेक्टिविटी एक बहुत बड़ी दिक्कत थी। गैस के अभाव में यहां नये उद्योग तो क्या पुराने उद्योग भी बंद हो रहे थे। इसी समस्या को दूर करने के लिए पूर्वी भारत को पूर्वी और पश्चिमी बंदरगाहों से जोड़ने का फैसला लिया गया।