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President Election 2022: महाराष्ट्र की घटना के बाद द्रौपदी मुर्मू के राष्ट्रपति चुनाव जीतने की संभावना अधिक : ममता बनर्जी

बंगाल की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने शुक्रवार को कहा कि अगर भाजपा पहले द्रौपदी मुर्मू के नाम की घोषणा अपने राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में की होती तो समर्थन पर चर्चा हो सकती थी लेकिन अब कुछ संभव नहीं है।

By Vijay KumarEdited By: Published: Fri, 01 Jul 2022 10:34 PM (IST)Updated: Fri, 01 Jul 2022 10:34 PM (IST)
President Election 2022: महाराष्ट्र की घटना के बाद द्रौपदी मुर्मू के राष्ट्रपति चुनाव जीतने की संभावना अधिक : ममता बनर्जी
द्रौपदी मुर्मू को समर्थन के बारे में सोचती : ममता बनर्जी

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने शुक्रवार को कहा कि अगर भाजपा पहले द्रौपदी मुर्मू के नाम की घोषणा अपने राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में की होती, तो समर्थन पर चर्चा हो सकती थी लेकिन अब कुछ संभव नहीं है। कोलकाता में इस्कान की रथ यात्रा के उद्घाटन समारोह में ममता ने कहा कि महाराष्ट्र की घटना के बाद द्रौपदी मुर्मू के जीतने की संभावना अधिक है। अब विपक्ष जो भी फैसला करेगा मैं उसका पालन करूंगी। द्रौपदी को समर्थन देने के सवाल पर ममता ने साफ किया कि अगर कोई फैसला लेना है तो सभी विपक्षी दल मिलकर लेंगे।

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राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष के साथ भाजपा की हुई बातचीत का जिक्र करते हुए ममता कहा कि भाजपा ने पहले द्रौपदी के नाम का उल्लेख ही नहीं किया। अगर पहले से पता होता कि वे एक आदिवासी महिला को मैदान में उतार रहे हैं तो हम भी कोशिश करते। व्यापक हित में हम 17 विपक्षी दल मिलकर निर्णय ले सकते थे। यह सर्वसम्मति के आधार पर हो सकता था। भाजपा सिर्फ हमारा सुझाव जानना चाहती थी, उन्होंने अपना सुझाव नहीं बताया। ममता ने यह स्पष्ट करने की कोशिश की कि यशवंत सिन्हा का नाम सभी दलों के साथ विचार-विमर्श के बाद तय किया गया है। अब अगर निर्णय बदलना है तो सभी के साथ बैठकर उसे बदलना होगा। माना जा रहा है कि ममता के इस बयान के पीछे बंगाल में एससी-एसटी वोटर कार्ड है।

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कांग्रेस, माकपा और भाजपा ने साधा निशाना

इस बयान पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर चौधरी ने ममता पर हमला बोला और कहा कि मुख्यमंत्री मौके का फायदा उठाना चाह रही हैं। वहीं माकपा नेता सुजन चक्रवर्ती ने कहा कि भाजपा के साथ सेटिंग हो गई है। क्योंकि ईडी और सीबीआइ जो पीछे पड़ी है। प्रदेश भाजपा प्रवक्ता शमिक भट्टाचार्य ने इस मुद्दे पर कहा कि तृणमूल का भाजपा विरोध और यशवंत सिन्हा का हालिया बयान बहुत दुखद है। तृणमूल नेता प्रधानमंत्री व गृह मंत्री को बाहरी बताते रहते हैं। हमलोगों ने सभी को एकमत करने की कोशिश की थी, लेकिन नहीं हुआ। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि वह जान चुकी हैं कि मुर्मू की जीत सुनिश्चित हैं इसीलिए ऐसी बातें कह रही हैं।


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