कम मतदान होने के कारण उपचुनावों में हारी भाजपा : जावड़ेकर
- केंद्रीय मंत्री बोले-बूथ स्तर तक हार का विश्लेषण करेगी पार्टी -कांग्रेस पर बोला हमला-कहा विपक्ष
- केंद्रीय मंत्री बोले-बूथ स्तर तक हार का विश्लेषण करेगी पार्टी
-कांग्रेस पर बोला हमला-कहा विपक्षी एकता से भाजपा को कोई खतरा नहीं
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : कई राज्यों में हुए उपचुनावों में भाजपा की हार के लिए केंद्रीय मानव संसाधान विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कम मतदान प्रतिशत को जिम्मेदार ठहराया है। शनिवार को कोलकाता में पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि कम वोट पड़ने की वजह से चार लोकसभा सीटों में से दो पर भाजपा की हार हुई है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि उपचुनावों में हार के कारणों का पता लगाने के लिए पार्टी गहराई से विश्लेषण करेगी। बूथ लेवल तक इसपर आत्ममंथन होगा और सही वजह का पता लगाया जाएगा।
जावड़ेकर ने कहा-'नगालैंड को छोड़कर तीन लोकसभा सीटों में से दो को हमने खोया है और एक पर पार्टी की जीत हुई है। आम चुनावों और उपचुनावों में बड़ा अंतर है। आम चुनावों में इन सीटों पर 70 फीसद से अधिक मतदान हुआ था। वहीं, उपचुनाव में करीब 50 फीसद ही मतदान हुआ इसलिए मेरा मानना है कि वोटिंग प्रतिशत में भारी अंतर के चलते ऐसा परिणाम आया है।'
जावड़ेकर ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा-'हमारी पार्टी किसी राजवंश वाली पार्टी नहीं है। हमारी एक विचारधारा वाली पार्टी है और हम नतीजे आने के बाद बूथ स्तर तक विस्तार से विश्लेषण कर रहे हैं। आगे जो भी करना होगा, वह करेंगे। उपचुनावों में हार से भाजपा के विस्तार व लोकप्रियता में कोई कमी आई नहीं है।' उन्होंने इस बात को भी खारिज किया कि विपक्षी एकता सत्तारूढ़ पार्टी के लिए खतरा है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा-'हम 2014 में सत्ता में आने पर केवल छह राज्यों में शासन कर रहे थे लेकिन 2018 में 20 राज्यों में शासन कर रहे हैं। यह हमारी बहुत बड़ी उपलब्धि है। राजनीति में हार-जीत होती रहती है और विपक्षी एकता से भाजपा को कोई खतरा नहीं होने वाला है।'