Positive India:लॉकडॉउन के चलते फंसे 150 ट्रक ड्राइवरों को बीएसएफ ने दिया 15 दिनों का राशन
Positive Indiaकोरोना महामारी के चलते घोषित लॉकडॉउन की वजह से बंगाल में भारत-बांग्लादेश सीमा पर स्थित आइसीपी पर सैकड़ों की संख्या में ट्रक ड्राइवर व मजद
कोलकाता,जागरण संवाददाता। कोरोना महामारी के चलते घोषित लॉकडॉउन की वजह से बंगाल में भारत-बांग्लादेश सीमा पर स्थित अंतरराष्ट्रीय चेकपोस्टों (आइसीपी) पर सैकड़ों की संख्या में ट्रक ड्राइवर व मजदूर अपने ट्रकों के साथ फंसे पड़े हैं।
भारत और बांग्लादेश के बीच अंतरराष्ट्रीय व्यापार प्रभावित होने और आवाजाही बंद होने से कई दिनों से यह सैकड़ों ट्रक ड्राइवर यहां भूखमरी के कगार पर हैं। इसको देखते हुए सीमा की सुरक्षा में तैनात बीएसएफ अब इनकी मदद को आगे आई है।
बीएसएफ के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के कोलकाता सेक्टर अंतर्गत 179वीं बटालियन ने एक समाजसेवी संस्था 'हेल्प अस हेल्प देम' के साथ मिलकर उत्तर 24 परगना जिले में स्थित अंतरराष्ट्रीय चेकपोस्ट- पेट्रापोल पर फंसे लगभग 150 ट्रक ड्राइवरों व मजदूरों को 15 दिन का राशन सामग्री प्रदान किया है। 179वीं बटालियन के सहायक कमांडेंट शिव नारायण सिंह की अगुवाई में सोमवार को राशन सामग्री का वितरण किया गया। प्रत्येक ड्राइवर को 5 किलो चावल, 3 किलो आलू, डेढ़ किलो दाल, ढाई सौ ग्राम सरसो तेल, 50 ग्राम मसाला, आधा किलो नमक व एक बोतल पानी दिया गया।
अधिकारियों ने बताया कि इसके साथ ही बीएसएफ की ओर से 50 बेघर व गरीब मजदूरों को आइसीपी पेट्रापोल में प्रतिदिन खाना खिलाया जा रहा है। इसके अतिरिक्त प्रतिदिन करीब 100 जरूरतमंद लोगों को बटालियन मुख्यालय दिगबेरिया के आसपास के इलाके में खाना खिलाया जा रहा है।
179वीं बटालियन की ओर से बारासात रेलवे स्टेशन के पास भी 120 गरीब लोगों के बीच भोजन का वितरण किया गया। बीएसएफ के अनुसार, राशन सामग्रियों का वितरण से लेकर भोजन कराने में सोशल डिस्टेंसिंग का भी पूरा ध्यान रखा जा रहा है। दूसरी ओर, भारत-बांग्लादेश सीमा पर स्थित एक अन्य चेकपोस्ट गोजाडांगा में फंसे करीब 300 ट्रक ड्राइवरों व मजदूरों को 153वीं बटालियन के जवानों द्वारा भोजन कराया गया।
उल्लेखनीय है कि लॉकडाउन को देखते हुए बीएसएफ संकट की इस घड़ी में सीमावर्ती क्षेत्र के लोगों की भी बढ़-चढ़कर मदद कर रही है। बीएसएफ के जवान बंगाल के सीमावर्ती जिलों में कोरोना को लेकर जागरूकता के साथ जरूरतमंदों को भोजन उपलब्ध करा रहे हैं।