Kolkata Fire News: कोलकाता में रेलवे की इमारत में भीषण अग्निकांड को लेकर सियासत गरमाई
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा था कि यह एक दुर्घटना है। राजनीति नहीं होनी चाहिए। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने अग्निकांड के कारणों का पता लगाने के लिए उच्च स्तरीय समिति का गठन किया है। भाजपा ने घटना के लिए तृणमूल सरकार के खराब आपदा प्रबंधन को ठहराया जिम्मेदार।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : Kolkata Fire News स्ट्रांड रोड स्थित न्यू कोलाघाट बिल्डिंग में मंगलवार शाम को लगी भयावह आग को लेकर राजनीति गरमा गई है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रेलवे पर अग्निशमन विभाग को आग बुझाने में आसानी के लिए बिल्डिंग का मैप उपलब्ध नहीं कराने का आरोप लगाया था। अब भाजपा ने घटना के लिए तृणमूल सरकार के खराब आपदा प्रबंधन को जिम्मेदार ठहराया है। रेल मंत्री पीयूष गोयल नेअग्निकांड के कारणों का पता लगाने के लिए उच्च स्तरीय समिति का गठन किया है।
सस्ते चुनावी लाभ के लिए त्रासदी का राजनीतिकरण
बंगाल भाजपा के सह-प्रभारी अमित मालवीय ने ट्वीट कर कहा-'बुआ ने बंगाल को विफल कर दिया है। अग्निशमन की तैयारियों के लिए इमारतों को प्रमाणित करने के लिए पारदर्शी और कुशल नीति की जरुरत है। इसपर पलटवार करते हुए राज्य के अग्निशमन मंत्री सुजीत बोस ने कहा-'हाइड्रोलिक लैडर से लेकर बड़े पैमाने पर हमारे लोगों ने हर संभव कोशिश की। रेलवे ने हमें 12वीं मंजिल के अंदरूनी हिस्सों का नक्शा प्रदान नहीं किया। भाजपा सस्ते चुनावी लाभ के लिए त्रासदी का राजनीतिकरण कर रही है।
एक दुर्घटना, नहीं होनी चाहिए राजनीति : मुख्यमंत्री
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार रात घटनास्थल का दौरा किया था। उन्होंने मौके पर रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों के मौजूद नहीं होने का आरोप लगाया था। ममता ने कहा था-'यह इमारत रेलवे की है। मुझे पता चला है कि रेलवे का कोई भी व्यक्ति अब तक मौके पर नहीं पहुंचा है। हमारे अग्निशमन विभाग ने परिसर में प्रवेश करने के लिए उनसे बिल्डिंग का नक्शा मांगा था, लेकिन उनसे कोई सहयोग नहीं मिला। मुख्यमंत्री ने, हालांकि आगे यह भी कहा था कि यह एक दुर्घटना है। इसे लेकर राजनीति नहीं होनी चाहिए।
राज्यपाल ने भी परोक्ष तौर पर ममता सरकार पर कसा तंज
अग्निकांड पर राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने भी परोक्ष तौर पर ममता सरकार पर तंज कसा है। उन्होंने ट्वीट किया-'हमारे अग्निशमन कर्मियों की ओर से साहस और प्रयास में कोई कमी नही थी लेकिन उनके पास जो उपकरण थे, उन्होंने उनका साथ नहीं दिया। अग्निशमन व निकाय सेवाओं में बदलाव की जरुरत है। हमारे अग्निशमन सेवाएं तकनीकी रूप से और उन्नत की जानी चाहिए।