West Bengal : पुलिस हिरासत में भाजपा कार्यकर्ता की मौत पर गरमाई सियासत, भाजपा ने उठाई सीबीआइ जांच की मांग
दावा - भाजपा ने पुलिस पर पीट-पीटकर हत्या का लगाया आरोप। मृतक का पार्थिव शरीर गुरुवार देर रात ही अस्पताल से कोलकाता में पार्टी के राज्य मुख्यालय में लाया गया था। कलकत्ता हाई कोर्ट के निर्देश के बाद शव को दोबारा पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल के पूर्व मेदिनीपुर जिले के पटासपुर गांव में एक भाजपा कार्यकर्ता की पुलिस हिरासत में संदिग्ध परिस्थियों में मौत को लेकर एक बार फिर यहां राजनीति गरमा गई है। भाजपा ने पुलिस पर पीट-पीट कर हत्या करने का आरोप लगाते हुए इस मामले की सीबीआइ जांच की मांग की है। मृतक का नाम मदन घोराई है। वह स्थानीय बूथ उपाध्यक्ष थे। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव व बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने पुलिस हिरासत में राजनीतिक हत्या करार देते हुए कहा कि ये सब ममता जी और तृणमूल की सह पर हुआ है।
हाईकोर्ट के निर्देश के बाद शव पोस्टमार्टम को भेजा
इधर, मृतक का पार्थिव शरीर गुरुवार देर रात ही अस्पताल से कोलकाता में पार्टी के राज्य मुख्यालय में लाया गया था। शुक्रवार दोपहर तक उनका शव यहीं रखा गया और भाजपा नेताओं ने हत्या का आरोप लगाते हुए उनके शव के साथ कोलकाता में प्रदर्शन भी किया। बाद में कलकत्ता हाई कोर्ट के निर्देश के बाद शव को दोबारा पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
हिरासत में बीमार पड़ने पर अस्पताल में शिफ्ट किया
भाजपा सांसद व प्रदेश महासचिव लॉकेट चटर्जी ने कहा कि भाजपा करने के अपराध में पुलिस ने उनके पार्टी के कार्यकर्ता मदन को बुधवार को पटासपुर गांव में उनके घर से उठा ले गई थी। हिरासत में उसे बेरहमी से पीट-पीटकर मार डाला गया। उसके बाद घर के लोगों को बिना बताये शव को कोलकाता के एसएसकेएम अस्पताल ले आया गया। बाद में पुलिस ने घर के लोगों से कहा है कि उसे हिरासत में बीमार पड़ने पर अस्पताल में शिफ्ट किया गया है। फिर उसके मौत की सूचना दी।
आरोप- पुलिस तृकां के गुंडा के रूप में काम कर रही
लॉकेट ने सवाल किया कि पुलिस बताये कि उसे जीवित या मृत अवस्था में एसएसकेएम अस्पताल लाया गया था? उन्होंने कहा कि एक के बाद एक भाजपा कार्यकर्ता यहां पुलिस के हाथों मारे जा रहे हैं। पुलिस यहां हत्यारे की भूमिका निभा रही है। भाजपा कार्यकर्ताओं को कभी फंदे से लटका कर मार दिया जा रहा है, तो कहीं पुलिस लॉकअप में पीट-पीट कर हत्या कर दी जा रही है। पुलिस तृणमूल कांग्रेस के गुंडा के रूप में काम कर रही है।
तो सीआइडी जांच से सही तथ्य सामने नहीं आयेंगे
पुलिस के खिलाफ एफआइआर होनी चाहिए और इसकी सीबीआइ जांच होनी चाहिए, क्योंकि सीआइडी जांच से सही तथ्य सामने नहीं आयेंगे। इस घटना के विरोध में भाजपा सांसद लॉकेट चटर्जी के नेतृत्व में प्रदेश भाजपा मुख्यालय से सेंट्रल एवेन्यू तक जुलुस भी निकाला गया, लेकिन पुलिस ने इसे रोक दिया। इसे लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं व पुलिस के बीच विवाद भी हुआ।
हाईकोर्ट ने शव का फिर पोस्टमार्टम का दिया निर्देश
इधर, पुलिस हिरासत में मदन घोराई की मौत मामले की सीबीआइ जांच व दोबारा पोस्टमार्टम की मांग को लेकर प्रदेश भाजपा के लीगल सेल के इंचार्ज एडवोकेट ब्रजेश झा ने शुक्रवार को हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। उनकी अपील पर तत्काल सुनवाई करते हुए हाई कोर्ट ने भाजपा कार्यकर्ता के शव का फिर से पोस्टमार्टम करने का निर्देश दिया।
21 अक्टूबर को इस संबंधी रिपोर्ट करने का निर्देश
अदालत ने कहा कि शव का एसएसकेएम अस्पताल में नहीं, बल्कि पूरा पोस्टमार्टम आरजी कर अस्पताल में करना होगा और विभागीय प्रमुख की मौजूदगी में यह पोस्टमार्टम होनी चाहिए। साथ ही हाई कोर्ट ने पूरी पोस्टमार्टम प्रक्रिया की वीडियोग्राफी करने का भी निर्देश दिया। हाई कोर्ट ने 21 अक्टूबर को इस संबंध में रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया है।