सियासी हिंसा: मेदिनीपुर में सुवेंदु अधिकारी के समर्थकों व तृणमूल कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक झड़प
आरोप है कि तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अचानक से इस जुलूस पर हमला किया। इस हमले के बाद दोनों ओर से एक दूसरे पर पत्थरजबाजी करने लगे जिसमें कई लोग गंभीर रुप से घायल हुए है। घटना के बाद से इलाके में तनावपूर्ण माहौल बना हुआ हैं।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक हिंसा का दौर जारी है। पूर्व मेदिनीपुर जिले के रामनगर इलाके में बुधवार को भाजपा में हाल में शामिल हुए सुवेंदु अधिकारी के समर्थक और तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए। दोनों पक्षों के बीच हुई हिंसक झड़प में 10 से ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर है। इनमें से कुछ को सिर पर गंभीर चोटें लगी है।
बताया जाता है इस दिन सुवेंदु अधिकारी के समर्थकों के साथ भाजपा कार्यर्ताओं द्वारा रामनगर इलाके में एक प्रतिवाद जुलूस निकाला गया था। भाजपा का आरोप है कि तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अचानक से इस जुलूस पर हमला कर दिया। इसके बाद देखते ही देखते यह हिंसक रूप ले लिया और दोनों ओर से एक दूसरे पर पत्थरजबाजी करने लगे एवं जमकर मारपीट हुई, जिसमें कई लोग गंभीर रुप से घायल हो गए। बाद में पुलिस ने हस्तक्षेप किया।
घटना के बाद से इलाके में तनावपूर्ण माहौल बना हुआ हैं। रामनगर सुवेंदु का गढ़ माना जाता है। वहीं, भाजपा के आरोपों को खारिज करते हुए तृणमूल का कहना है कि भगवा दल के कार्यकर्ताओं ने ही उसके पार्टी ऑफिस में तोड़फोड़ की और हमला किया।
बता दें कि कद्दावर नेता सुवेंदु अधिकारी बीते शनिवार को ही केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की उपस्थिति में मेदिनीपुर में आयोजित सभा में तृणमूल छोड़कर भाजपा में शामिल हुए हैं। सुवेंदु पूर्व मेदिनीपुर जिले के नंदीग्राम से ही विधायक थे। भाजपा में शामिल होने से पहले उन्होंने विधायक व मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। सुवेंदु का पूर्व मेदिनीपुर सहित आसपास के जिलों में काफी प्रभाव है।
बीते हफ्ते ही अमित शाह ने बंगाल का दो दिवसीय दौरा किया था। इस दौरे में ही 19 दिसंबर को मेदिनीपुर में एक विशाल रैली का आयोजन किया गया, जहां सुवेंदु सहित सात तृणमूल विधायकों एवं पार्टी के बड़ी संख्या में अन्य नेताओं ने भाजपा का दामन थामा था। बताते चलें कि सुवेंदु के भाजपा में शामिल होने के बाद बुधवार को पूर्व मेदिनीपुर जिले के कांथी में उनके गढ़ में तृणमूल कांग्रेस की ओर से एक जुलूस व सभा का आयोजन किया गया। इसमें राज्य के शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम एवं वरिष्ठ सांसद सौगत राय ने सभा को संबोधित किया। जुलूस से ठीक पहले यह घटना घटी।