एक वर्ष से फुटपाथ पर जीवन व्यतीत कर रही वृद्धा को पुलिस ने उसके बेटे से मिलाया
करीब एक वर्ष से फुटपाथ पर जीवन व्यतीत कर रही वृद्धा को पुलिस ने उसके बेटे से मिला दिया। सूचना पर कूचबिहार से उसका बेटा कोलकाता आ पहुंचा।
कोलकाता, जागरण संवाददाता। करीब एक वर्ष से फुटपाथ पर जीवन व्यतीत कर रही वृद्धा को पुलिस ने उसके बेटे से मिला दिया। सूचना पर कूचबिहार से उसका बेटा कोलकाता आ पहुंचा।
सूत्रों के अनुसार बीते 20 नवंबर को गश्त के दौरान भवानीपुर थाना पुलिस को फुटपाथ पर एक वृद्धा कांपती हुई मिली थी। पुलिस कर्मियों ने पास जाकर देखा तो वृद्धा तेज बुखार से कराह रही थी। उसमें चलने की क्षमता तक नहीं थी। पुलिस ने तत्काल अपने वाहन से वृद्धा को शंभुनाथ पंडित अस्पताल ले जाकर भर्ती करवाया था। स्वास्थ्य में सुधार होने पर पुलिस कर्मियों से वृद्धा से बातचीत की तो उसने सिर्फ इतना बताया कि उसका घर कूचबिहार के कोतवाली थाना इलाके में है।
इसके बाद भवानीपुर थाने के ओसी सुमित दासगुप्ता ने वृद्धा के स्वजनों से संपर्क करने का प्रयास शुरू कर दिया था। काफी मशक्कत के बाद कोलकाता पुलिस को सफलता हाथ लग गई। कूचबिहार जिला पुलिस से पता चला कि वृद्धा का नाम आरती राय है। वह करीब एक वर्ष पहले घर से लापता हो गई थी। उसके बेटे सुशांत राय ने कोतवाली थाने में गुमशुदगी भी दर्ज कराई थी।
वृद्धा किसी ट्रेन में बैठकर कोलकाता पहुंच गई थी। इस सूचना के बाद कोलकाता पुलिस ने वृद्धा के बेटे सुशांत से संपर्क कर घटना से अवगत कराया। मां के सही सलामत मिलने की सूचना पर सुशांत अपने परिवार के साथ कोलकाता पहुंच गया। उधर, शारीरिक अवस्था में सुधार होने पर अस्पताल से वृद्धा को छुट्टी दे दी गई। कोलकाता पुलिस की मदद से बेटा अपनी मां को लेकर कूचबिहार रवाना हो गया।
घरों में दरार, विरोध प्रदर्शन
ईसीएल के कुनुस्तोडिया एरिया अंतर्गत चलने वाली एगरा ओसीपी में कोयला उत्तोलन के लिए की जाने वाली ब्लासटिंग के कारण ओसीपी के समीप स्थित पुराना एगरा ग्राम के कई घरों में दरार पड़ने के विरोध में शनिवार को गांव की महिला व पुरुषों ने ओसीपी में विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान महिलाओं ने बताया की कि ब्लासटिंग के कारण उनके घरों में लगातार दरार पड़ रही है। कई जगह जमीन भी फट गई है। तालाब का पानी सूख कर दरारों में चला जा रहा है।