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ममता बनर्जी आवास के पास शव के साथ प्रदर्शन को लेकर पुलिस ने भाजपा नेताओं के खिलाफ दर्ज किया मामला

पुलिसकर्मियों ने शव वाहन को रोकने के लिए घेराबंदी की और अवरोधक लगा दिये जिसके चलते चालक वाहन का दिशा बदलने को मजबूर हो गया। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मजूमदार व अन्य पार्टी नेताओं को शव वाहन के पीछे जाते देखा गया।

By Priti JhaEdited By: Published: Fri, 24 Sep 2021 11:42 AM (IST)Updated: Fri, 24 Sep 2021 11:42 AM (IST)
ममता बनर्जी आवास के पास शव के साथ प्रदर्शन को लेकर पुलिस ने भाजपा नेताओं के खिलाफ दर्ज किया मामला
मुख्यमंत्री आवास के पास भाजपा कार्यकर्ताओं को एक नेता के शव के साथ शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने से रोक दिया गया,

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। कोलकाता के कालीघाट इलाके में गुरुवार शाम को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आवास के पास एक नेता के शव के साथ प्रदर्शन करने व इसे रोके जाने पर पुलिस के साथ हाथापाई की घटना के खिलाफ पुलिस ने स्वत: संज्ञान लेते हुए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार समेत अन्य पार्टी नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया है। कालीघाट पुलिस स्टेशन में यह मामला दर्ज किया गया है। इसमें मजूमदार के अलावा अन्य भाजपा नेताओं सांसद अर्जुन सिंह, सांसद ज्योर्तिमय सिंह महतो और भवानीपुर से पार्टी प्रत्याशी प्रियंका टिबड़ेवाल का नाम है, जिनके खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज किया है।

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उल्लेखनीय है कि कालीघाट इलाके में मुख्यमंत्री आवास के पास भाजपा कार्यकर्ताओं को एक नेता के शव के साथ शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने से रोक दिया गया, जिसके बाद उनकी पुलिस के साथ हाथापाई हुई। भाजपा कार्यकर्ताओं का नेतृत्व पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार कर रहे थे। उल्लेखनीय है कि मगराहाट पश्चिम सीट से विधानसभा चुनाव में हार का सामना करने वाले भाजपा प्रत्याशी मानस साहा पर मतगणना के दिन दो मई को कथित तौर पर हमला किया गया था। बुधवार को यहां एक निजी नर्सिंग होम में उनकी मृत्यु हो गई।

भाजपा नेताओं का दावा है कि सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों ने साहा पर हमला किया था। उनके परिवार के सदस्यों ने मामले की केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआइ) से जांच कराने की मांग की है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक साहा के अंतिम संस्कार के लिए भाजपा कार्यकर्ता पार्टी कार्यालय से एक शवदाह गृह जा रहे थे, तभी फूलों से सजा शव वाहन अचानक रास्ता बदल कर हरीश चटर्जी स्ट्रीट से गुजरने लगा, जो आगामी विधानसभा उपचुनाव वाले भवानीपुर क्षेत्र में पड़ता है और जहां मुख्यमंत्री का आवास भी है।

पुलिसकर्मियों ने शव वाहन को रोकने के लिए घेराबंदी की और अवरोधक लगा दिये, जिसके चलते चालक वाहन का दिशा बदलने को मजबूर हो गया। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मजूमदार व अन्य पार्टी नेताओं को शव वाहन के पीछे जाते देखा गया। वह फिर तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी के आवास के सामने बीच सड़क पर बैठ गये और उनके समर्थक सत्तारूढ़ पार्टी के खिलाफ नारेबाजी करने लगे।पुलिस के साथ संक्षिप्त धक्का-मुक्की व हाथापाई के बाद भाजपा के नवनियुक्त प्रदेश प्रमुख और उनके समर्थकों को वहां से हटा दिया गया।

बाद में, मजूमदार ने कहा, देखिये किस तरह से पुलिस ने मुख्य विपक्षी पार्टी के प्रदेश प्रमुख के साथ मारपीट की है। भाजपा सांसद अर्जुन सिंह और भवानीपुर उपचुनाव में पार्टी की उम्मीदवार प्रियंका टिबड़ेवाल भी पुलिस कार्रवाई के खिलाफ प्रदर्शन करते नजर आईं। दूसरी ओर, विधानसभा में तृणमूल कांग्रेस के उप मुख्य सचेतक तापस राय ने कालीघाट की घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए आरोप लगाया कि मजूमदार उच्च सुरक्षा वाले क्षेत्र में गड़बड़ी पैदा करना चाहते थे। 


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