Chamoli Tragedy: पीएम मोदी बोले, हर आपदा को मात दे सकते हैं उत्तराखंड के लोग, पूरा बंगाल कर रहा प्रार्थना
Chamoli Tragedy पीएम मोदी ने पश्चिम बंगाल के हल्दिया में उत्तराखंड हादसे पर दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में ऐसे परिवार मुश्किल से मिलते हैं जिनका कोई न कोई सदस्य फौज में न हो। यानि वहां के लोगों का हौसला किसी भी आपदा को मात दे सकता है।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। Chamoli Tragedy: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को पश्चिम बंगाल के हल्दिया में उत्तराखंड हादसे पर दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में ऐसे परिवार मुश्किल से मिलते हैं, जिनका कोई न कोई सदस्य फौज में न हो। यानि वहां के लोगों का हौसला, किसी भी आपदा को मात दे सकता है। वहां के लोग के लिए मैं प्रार्थना कर रहा हूं, बंगाल प्रार्थना कर रहा है, देश प्रार्थना कर रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि एक ग्लेशियर टूटने की वजह से वहां नदी का जल स्तर बढ़ गया। नुकसान की खबरें धीरे-धीरे आ रही हैं। मैं उत्तराखंड के मुख्यमंत्री, भारत सरकार के गृहमंत्री और एनडीआरएफ के अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में हूं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को बंगाल के पूर्व मेदिनीपुर जिले के हल्दिया में एक जनसभा को संबोधित करते हुए राज्य की ममता सरकार पर जमकर हमला बोला। पीएम ने कहा कि पिछले 10 साल में ममता सरकार ने बंगाल के लोगों को सिर्फ निर्ममता दी है। प्रधानमंत्री ने कहा जब ममता दीदी ने 34 साल के भ्रष्टाचारी तथा अत्याचारी वाम शासन को उखाड़ फेंका तब पूरे देश की नजर बंगाल पर थी। ममता बनर्जी ने तब परिवर्तन का नारा दिया था। लोगों को ममता बनर्जी से काफी आस थी लेकिन पिछले 10 साल में ममता सरकार ने यहां के लोगों को सिर्फ निर्ममता दी है। उन्होंने कहा कि ममता सरकार भ्रष्टाचार में डूबी है। चक्रवात के दौरान केंद्र सरकार की ओर से भेजे गए रुपए में भी तृणमूल कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने हेराफेरी की।
उन्होंने कहा कि ममता दीदी भारत माता की जय कहने से भी तिलमिला जाती हैं लेकिन जब कोई देश के खिलाफ बोलता है तो वह चुप रहती हैं। मोदी ने कहा, बंगाल में जब भाजपा की सरकार बनेगी तो किसानों को उनका पूरा हक मिलेगा। पहली कैबिनेट बैठक में ही किसान सम्मान निधि योजना लागू की जाएगी। किसानों का पुराना बकाया पैसा भी मिलेगा। प्रधानमंत्री ने कहा, बंगाल के लोगों ने बुआ-भतीजे की सरकार को राम राम कहने का मन बना लिया है और जल्दी है सरकार जाने वाली है। तृणमूल के तोलाबाजा और उनका सिंडिकेट अब कुछ दिनों का ही मेहमान है। उम्मीद है कि बंगाल का स्थानीय प्रशासन संविधान के दायरे में काम करेगा। तोलाबाज से किसी को डरने की जरूरत नहीं है।