दीपावली पर पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध के लिए कलकत्ता हाईकोर्ट में याचिका दायर, पीएम मोदी को भी पत्र
विशेषज्ञ पहले ही आगाह कर चुके हैं कि कोरोना महामारी के इस संकटपूर्ण दौर में आतिशबाजी से हालात और विकट रूप धारण कर सकते। दीपावली पर पटाखों पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए। ऐसा नहीं करने पर सांस की बीमारियां बढ़ सकती कोरोना के हालात गंभीर हो जाएंगे।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। बंगाल के जाने-माने पर्यावरणविद् सुभाष दत्ता ने दीपावली पर पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने के लिए कलकत्ता हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। इस मसले पर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी पत्र लिखा है। गौरतलब है कि विशेषज्ञ पहले ही आगाह कर चुके हैं कि कोरोना महामारी के इस संकटपूर्ण दौर में आतिशबाजी से हालात और विकट रूप धारण कर सकते हैं।
अपनी याचिका में सुभाष दत्ता ने कहा है कि दीपावली पर पटाखों के उत्पादन, वितरण एवं बिक्री पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए। ऐसा नहीं करने पर प्रदूषण एक बार में कई गुना बढ़ जाएगा, जिससे सांस की बीमारियां बढ़ सकती हैं और कोरोना के हालात और गंभीर हो जाएंगे। वहीं प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में उन्होंने कहा है कि पटाखों पर प्रतिबंध को लेकर सुप्रीम कोर्ट की तरफ से कई दिशानिर्देश जारी किए जा चुके हैं लेकिन उनकी अवमानना की जा रही है। प्रधानमंत्री को इस तरफ ध्यान देना चाहिए।
कोरोना जैसी विकट परिस्थिति में अगर पूरे देश में पटाखों का उत्पादन, वितरण एवं बिक्री होगी तो यह और गंभीर रूप ले सकती है। दूसरी तरफ हावड़ा के रहने वाले अजय कुमार दे ने काली, जगद्धात्री व छठ पूजा में होने वाली भारी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। अजय कुमार दे ने कहा कि काली व जगद्धात्री पूजा के पंडालों को क्वारंटाइन जोन घोषित कर देना चाहिए। छठ पूजा के संदर्भ में उन्होंने कहा कि कोलकाता समेत राज्य के सभी घाटों को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया जाना चाहिए। गौरतलब है कि अजय कुमार दे की याचिका पर ही विचार करते हुए हाईकोर्ट ने दुर्गापूजा के समय पंडालों में दर्शनार्थियों के प्रवेश पर रोक लगा दी थी।