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पश्चिम बंगाल के पुंडूहा रेलवे स्टेशन पर लोगों ने रेल ट्रैक को किया जाम, ट्रेन सेवाएं ठीक करने की मांग

पश्चिम बंगाल के पुंडूहा रेलवे स्टेशन पर लोगों ने रेल की पटरियों को जाम कर दिया है। इनकी मांग है कि ट्रेन सेवाएं ठीक तरीके से शुरू की जाएं क्योंकि उन्हें आने-जाने में परेशानी हो रही है। स्टेशन से अभी तक सिर्फ विशेष ट्रेनें चलाई जा रही हैं।

By Preeti jhaEdited By: Published: Sun, 11 Oct 2020 11:02 AM (IST)Updated: Sun, 11 Oct 2020 11:02 AM (IST)
पश्चिम बंगाल के पुंडूहा रेलवे स्टेशन पर लोगों ने रेल ट्रैक को किया जाम, ट्रेन सेवाएं ठीक करने की मांग
पश्चिम बंगाल में लोगों ने पुंडूहा रेलवे स्टेशन पर रेल की पटरियों को अवरुद्ध कर दिया

कोलकाता, एएनआई। पश्चिम बंगाल के पुंडूहा रेलवे स्टेशन पर लोगों ने रेल की पटरियों को जाम कर दिया है। इनकी मांग है कि ट्रेन सेवाएं ठीक तरीके से शुरू की जाएं, क्योंकि उन्हें आने-जाने में परेशानी हो रही है। स्टेशन से अभी तक सिर्फ विशेष ट्रेनें चलाई जा रही हैं। 

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पश्चिम बंगाल में लोगों ने पुंडूहा रेलवे स्टेशन पर रेल की पटरियों को अवरुद्ध कर दिया और सभी के लिए ट्रेन सेवाओं की मांग की क्योंकि उन्हें आने-जाने में कठिनाई होती है, स्टेशन से अभी तक केवल विशेष ट्रेनें चलाई जा रही हैं। 

कृषि बिल के समर्थन में भाजपा का जुलूस

कृषि बिल के खिलाफ एक तरफ विरोधी दल भाजपा को घेरने की कोशिश में लगे हैं, वहीं दूसरी ओर भाजपा कृषि बल से किसानों को होने वाले लाभ को बता रही है एवं जुलूस के माध्यम से कृषि बिल का समर्थन किया जा रहा है। शनिवार को भाजपा एवं भारतीय जनता मजदूर व्यापार संघ की ओर से बड़जोड़ा में एक जुलूस निकाला गया। जिसमें काफी संख्या में भाजपाइयों ने हिस्सा लिया, यह जुलूस पूरे इलाके का परिक्रमा किया। मौके पर भारतीय जनता मजदूर संघ के जिलाध्यक्ष संग्राम चक्रवर्ती ने कहा कि कृषि बिल ने किसानों को आजादी दी है। किसानों के हक में यह बिल लाया गया है। जिससे किसान बंदिश से मुक्त होंगे एवं अपनी फसल को कहीं भी अधिक कीमतों में बेच सकेंगे। अब केवल मंडी में ही फसल बिक्री करने की बाध्यता नहीं रहेगी। इससे किसानों की आय भी बढ़ेगी। कृषि बिल से बिचौलियों को नुकसान होगा, इस कारण विरोधी दल किसानों को गुमराह करने में लगे हुए हैं। मौके पर गो¨वद घोष, भाजपा नेता सुजीत अगस्थी समेत अन्य उपस्थित थे।

रेलवे की जमीन पर एक सौ दुकानें, सिर्फ नौ को नोटिस

आसनसोल रेल मंडल के उखड़ा में शनिवार को रेलवे की जमीन पर चल रही दुकानों को हटाने का नोटिस दिया गया। इस नोटिस को लेकर विवाद सामने आया है। उखड़ा में तकरीबन एक सौ दुकानें चल रही हैं, लेकिन मात्र नौ दुकानों को नोटिस देने का वजह क्या है। वहां के दुकानदारों ने भी इसके खिलाफ आवाज उठाई है। शुक्रवार को पांडेश्वर स्थित रेलवे के इंजीनिय¨रग विभाग के वरिष्ठ अनुभाग अभियंता की ओर से उखड़ा ईस्ट केबिन के पास स्थित नौ गैराज व अन्य दुकानों में नोटिस चिपकाया गया, जहां रेलवे की जमीन से एक सप्ताह में हटने की बात कही गई है, अन्यथा रेलवे की ओर से कार्रवाई भी की जाएगी। इसके दो दिन पहले आरपीएफ के जवानों ने भी वहां जाकर गैराज संचालकों को जगह खाली करने का मौखिक फरमान सुनाया था।

रेलवे के नोटिस से गैराज मालिकों व कर्मियों में मायूसी देखी जा रही है। ईस्ट केबिन के पास सन्यासी वाद्यकर व बोटू बेरा चार पहिया वाहनों की सीट तैयार करते हैं। उनका कहना है कि हमलोग वर्षो से यहां दुकान चला रहे हैं, जिससे परिवार का भरण-पोषण होता है, रेलवे किसी साजिश के तहत ऐसी कार्रवाई कर रहा है। चार पहिया वाहनों का इंजन बनानेवाले बासु मुखर्जी व शंकर शर्मा कहते हैं कि लॉकडाउन एवं कोरोना महामारी में लोग परेशान हैं। ऐसे समय में हमलोगों के रोजी-रोटी का साधन छीनने की कोशिश किसी के उकसावे पर की जा रही है। 


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