West Bengal: पार्थ चटर्जी ने कहा- पैरा शिक्षकों का इस तरह का विरोध प्रदर्शन सही नहीं
पैरा शिक्षक वेतन बढ़ोतरी की मांग को लेकर पिछले करीब दो महीने से ज्यादा समय से प्रदर्शन कर रहे हैं। मुख्यमंत्री के आवास के निकट स्थित आदिगंगा नहर में उतरकर प्रदर्शन करने लगे। वहीं पैर शिक्षकों द्वारा इस तरह से प्रदर्शन के तरीकों को शिक्षा मंत्री ने गलत ठहराया है।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। पैरा शिक्षक वेतन बढ़ोतरी की मांग को लेकर पिछले करीब दो महीने से ज्यादा समय से प्रदर्शन कर रहे हैं। मंगलवार को मुख्यमंत्री के आवास के निकट स्थित आदिगंगा नहर में उतरकर प्रदर्शन करने लगे। वहीं पैर शिक्षकों द्वारा इस तरह से प्रदर्शन के तरीकों को शिक्षा मंत्री ने गलत ठहराया है।
पार्थ चटर्जी ने कहा कि क्या जरूरत थी सीएम आवास तक इस तरह पहुंचने की? आखिर पैरा शिक्षक सीएम आवास क्यों जायेंगे? हमलोग देखते है कि उनकी मांगों का क्या किया जा सकता है।इधर, विपक्ष ने इस आंदोलन का समर्थन किया है। कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि पैरा शिक्षक काफी दिनों से अपने मांग कर रहे है। उनका आंदोलन समर्थन है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद दिलीप घोष ने कहा कि बंगाल में यही होता आ रहा है।
पारा शिक्षकों ने ममता सरकार के खिलाफ किया प्रदर्शन
जानकारी हो कि पारा शिक्षकों ने सरस्वती पूजा के दिन ममता सरकार का विरोध जताने के लिए अभिनव तरीका अपनाया। वे मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के कालीघाट स्थित घर के पास बहने वाली आदिगंगा में उतरकर प्रतिवाद किया। पुलिस ने उन्हें नदी से निकाला। पुलिस ने पांच शिक्षकों को गिरफ्तार किया है।
अनोखा विरोध-प्रदर्शन
विरोध-प्रदर्शन करने वालों में 'शिक्षा मित्र व गैर मान्यता प्राप्त मदरसों के शिक्षक शामिल हैं। उनका आरोप है कि 2014 के अप्रैल महीने से उन्हेंं वेतन नहीं मिल रहा है। इन पारा शिक्षकों ने ममता सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला। उनका एक समूह बिना इजाजत लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आवास के पास आदि गंगा पहुंच गया और नदी में उतरकर राज्य सरकार के खिलाफ अनोखा विरोध-प्रदर्शन किया।
जानकारी मिलते ही पुलिस प्रशासन में मचा हड़कंप
मुख्यमंत्री के आवास के पास हो रहे इस प्रदर्शन की जानकारी मिलते ही पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। विरोध-प्रदर्शन की जानकारी मिलते ही कोलकाता पुलिस आयुक्त सोमेन मित्रा तुरंत कालीघाट पहुंच गए।
प्रदर्शनकारी बोले-उनके पास ओर विकल्प नहीं था
पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे पांच शिक्षकों को गिरफ्तार किया है। पुलिस का कहना है कि शिक्षकों ने विरोध-प्रदर्शन के लिए कोई सूचना नहीं दी थी इसलिए उन्हें गिरफ्तार किया गया है। प्रदर्शनकारी शिक्षकों का कहना है कि उनके पास ऐसा करने के अलावा और कोई विकल्प नहीं रह गया था।