Move to Jagran APP

पूर्व मेदिनीपुर में 1000 से अधिक ताजा बम मिलने से दहशत, होगला जंगल में 15 ड्राम में भरकर रखे गए थे बम

पुलिस और बम डिस्पोजल टीम मौके पर पहुंची। 15 ड्रमों में जिंदा बम भरे हुए बरामद हुए हैं जिनकी संख्या एक हजार से अधिक है। बम डिस्पोजल स्क्वाड ने इन बमों को निष्क्रिय किया है। इतने भारी संख्या में बमों को किसने एकत्रित कर रखा था।

By Priti JhaEdited By: Published: Sun, 22 May 2022 10:11 AM (IST)Updated: Sun, 22 May 2022 10:11 AM (IST)
पूर्व मेदिनीपुर में 1000 से अधिक ताजा बम मिलने से दहशत, होगला जंगल में 15 ड्राम में भरकर रखे गए थे बम
पूर्व मेदिनीपुर में 1000 से अधिक ताजा बम मिलने से दहशत, जंगल में 15 ड्राम में भरकर रखे थे बम

राज्य ब्यूरो, कोलकाता । बंगाल के बीरभूम जिले के बोगटूई में नरसंहार की घटना के बाद से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देश पर पुलिस राज्यभर में हथियार व बमों की बरामदगी के लिए तलाशी अभियान चला रही है। इसी क्रम में पूर्व मेदिनीपुर जिले के मोयना थाना इलाके से पुलिस ने शनिवार सुबह तलाशी अभियान चलाकर एक हजार से ज्यादा ताजा बम बरामद किया। इतनी बड़ी संख्या में बम की बरामदगी के बाद इलाके में हड़कंप मच गया। पुलिस ने तुरंत बम निरोधक टीम को इसकी सूचना दी।

loksabha election banner

इसके बाद टीम ने इसे अपने कब्जे लेकर इसे नष्ट करने की प्रक्रिया शुरू की। जिले के एक वरिष्ठ पुलिस ने बताया कि बम यहां के होगला जंगल में 15 ड्राम में भरकर रखे गए थे। हालांकि इस मामले में अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। बम क्यों और किसने यहां छिपाकर रखा था यह अभी पता नहीं चल सका है।

जिला पुलिस अधीक्षक अमरनाथ कुमार ने बताया कि शनिवार को स्थानीय लोगों ने सूचना दी थी कि होगला जंगल के बाकचा इलाके में संदिग्ध परिस्थितियों में ड्रमों में जिंदा बम पड़े हुए हैं। वहां तुरंत पुलिस और बम डिस्पोजल टीम मौके पर पहुंची। यहां से 15 ड्रमों में जिंदा बम भरे हुए बरामद हुए हैं जिनकी संख्या एक हजार से अधिक है। बम डिस्पोजल स्क्वाड ने इन बमों को निष्क्रिय किया है। पुलिस यह पता लगाने में जुट गई है कि इतने भारी संख्या में बमों को किसने एकत्रित कर रखा था।

उल्लेखनीय है कि बीरभूम नरसंहार के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रशासन को पूरे राज्य में गैरकानूनी तरीके से एकत्रित कर रखे गए बमों व हथियारों आदि की बरामदगी का निर्देश दिया था। उसके बाद करीब एक सप्ताह तक पुलिस ने गैरकानूनी हथियारों और बम आदि को बरामद करने में सक्रियता दिखाई थी लेकिन उसके बाद भी लगातार जिस तरह से बड़ी मात्रा में बमों के बरामद होने का सिलसिला जारी है वह राज्य प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़ा कर रहा है।

बता दें कि पूर्व मेदिनीपुर जिला राजनीतिक हिंसा के लिए सुर्खियों में रहा है। वहीं, इतनी बड़ी संख्या में यहां बम मिलने की घटना के बाद राजनीति आरोप प्रत्यारोप भी शुरू हो गया है। भाजपा ने सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है और दावा किया कि इलाके में आतंक फैलाने के लिए बमों को इकठ्ठा करके रखा गया था। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.