West Bengal: मुकुल राय को पीएसी अध्यक्ष बनाए जाने के बाद प्रदेश भाजपा अब सरकार के साथ सीधे टकराव के मूड में
मुकुल राय को बंगाल विधानसभा की पीएससी के अध्यक्ष बनाए जाने के बाद प्रदेश भाजपा अब सरकार के साथ सीधे टकराव के मूड में है। विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने कहा है कि अब भाजपा के प्रतिनिधि विधानसभा की किसी भी समिति के अध्यक्ष का पद नहीं लेंगे।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : मुकुल राय को बंगाल विधानसभा की लोक लेखा समिति (पीएससी) के अध्यक्ष बनाए जाने के बाद प्रदेश भाजपा अब सरकार के साथ सीधे टकराव के मूड में है। विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने कहा है कि अब भाजपा के प्रतिनिधि विधानसभा की किसी भी समिति के अध्यक्ष का पद नहीं लेंगे। दूसरी ओर मुकुल को पीएसी अध्यक्ष बनाए जाने के खिलाफ 13 जुलाई को भाजपा का प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल जगदीप धनखड़ से मिलेगा।
नेता प्रतिपक्ष ने आरोप लगाया कि विपक्षी विधायक को संसदीय मानदंडों के अनुसार पीएससी का अध्यक्ष होना चाहिए। लेकिन बंगाल में देश की संसदीय प्रणाली की प्रथा को तोड़ा गया है। इसके मद्देनजर प्रदेश भाजपा अब विधानसभा की किसी भी समिति के अध्यक्ष का पद लेने के लिए इच्छुक नहीं है।
फिलहाल विधानसभा में 75 विधायक भाजपा के हैं। सूत्रों के मुताबिक सरकार की ओर से नौ से दस समितियों के अध्यक्षों को विपक्ष से रखा जा सकता है। हालांकि पहले विपक्ष ने पंद्रह समितियों की अध्यक्षता की मांग की थी। गौरतलब है कि विधानसभा में 41 समितियां हैं, जिनमें 26 स्थायी और 15 सदन समितियां हैं।
राज्यपाल से गुहार लगाएगी भाजपा
मुकुल राय को पीएसी अध्यक्ष बनाए जाने के विरोध में भाजपा अब राज्यपाल से गुहार लगाएगी। इस कड़ी में स्पीकर के फैसले के विरोध में भाजपा का प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल जगदीप धनखड़ से शिकायत करने जा रहा है। नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी 13 जुलाई, मंगलवार दोपहर भाजपा परिषदीय दल के पांच सदस्यों के साथ राजभवन जाएंगे। राज्यपाल को मौखिक रूप से मामले की जानकारी देने के अलावा एक लिखित शिकायत भी करेंगे।