बांग्लादेश सीमा से अब प्याज के पत्तों की तस्करी, बीएसएफ ने एक हफ्ते में जब्त किए 32 टन पत्ते
बांग्लादेश से नदी के रास्ते लगातार की जा रही है प्याज के पत्तों की तस्करी की कोशिश। प्याज के पत्तों से भरे 205 बोरे बरामद किए गए जिनका कुल वजन 8200 किलो है। इसका बाजार मूल्य तकरीबन 3.28 लाख रुपये है।
राजीव कुमार झा, कोलकाता। बंगाल में भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा इलाके से अब प्याज के पत्तों की तस्करी का मामला सामने आया है। दक्षिण बंगाल फ्रंटियर अंतर्गत सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने नदिया जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा क्षेत्र से बीते दो दिनों में दो अलग-अलग स्थानों पर तस्करी के प्रयासों को नाकाम करते हुए कुल 19,900 किलोग्राम प्याज के पत्तों की एक बड़ी खेप जब्त किया है। अधिकारियों ने बताया कि बांग्लादेश से भारत में नदी के रास्ते इसकी तस्करी की कोशिश की जा रही थी। 23 व 24 दिसंबर को दो अलग-अलग स्थानों से इसे जब्त किया गया।
दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के डीआइजी व प्रवक्ता सुरजीत सिंह गुलेरिया ने बताया कि पहली घटना 23 दिसंबर की सुबह की है जब नदिया जिले में 54वीं वाहिनी की सीमा चौकी गोविंदपाड़ा के जवानों ने पुख्ता खबर के आधार पर बांग्लादेश से भारत की ओर नदी के रास्ते आने वाली केले से बनी नाव में कुछ सामान बहते हुए देखा। जब केले के नाव को कब्जे में लिया गया तो उस पर प्याज के पत्तों से भरे 205 बोरे बरामद किए गए जिनका कुल वजन 8,200 किलो है। इसका बाजार मूल्य तकरीबन 3.28 लाख रुपये है। इसी के साथ 24 दिसंबर की सुबह भी 130 बोरे पत्ते बरामद किए जिनका कुल वजन 11,700 किलो है और इसकी कीमत लगभग 4,68,000 रुपये है। उन्होंने बताया कि पिछले एक सप्ताह में बीएसएफ जवानों ने इस इलाके से अभी तक 13.96 लाख मूल्य के 32.1 टन प्याज के पत्ते (कली) जब्त किए हैं। बीएसएफ ने जब्त किए गए प्याज के पत्तों को मजदिया कस्टम विभाग को आगे की कार्यवाही हेतु सौंप दिया गया।
तस्करी की लगातार कोशिश, जवानों की सतर्कता के कारण नहीं हो पा रहा संभव : बीएसएफ
बीएसएफ प्रवक्ता गुलेरिया ने आगे बताया कि सीमा पार से हाल ही में प्याज के पत्तों की तस्करी की काफी कोशिश की जा रही है जिसे हमारे जवान अपनी सतर्कता के चलते लगातार नाकाम कर रहे हैं। बीएसएफ अधिकारी के अनुसार, मवेशियों व अन्य सामानों की तस्करी पर शिकंजा के बाद इस इलाके से प्याज के पत्तों की तस्करी एक नया ट्रेंड है।उन्होंने बताया कि बीएसएफ ने तस्करी पर पूरी तरह लगाम लगाने के लिए हर स्तर पर बार्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) से भी संपर्क किया है और उन्होंने अपनी तरफ से इसे रोकने के लिए पूरी कोशिश करने का आश्वासन दिया है, लेकिन इसके बावजूद भी पत्तों की खेप लगातार नदी के रास्ते बांग्लादेश से आ रही है।