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Hathras Case : अपने प्रतिनिधिमंडल को हाथरस जाने से रोकने पर तृणमूल ने कहा-उत्तर प्रदेश में जंगलराज है

निशाना-तृणमूल महासचिव ने कहा योगी सरकार ने आंतक के राज की खुली छूट दी है। भाजपा ने तृणमूल कांग्रेस से मौत का राजनीतिकरण करना बंद करने को कहा। इसपर तृकां के वरिष्ठ नेता व प्रवक्ता सौगत राय ने कहा कि उप्र सरकार ‘‘सच्चाई को छिपाने की कोशिश कर रही है।

By Vijay KumarEdited By: Published: Fri, 02 Oct 2020 07:45 PM (IST)Updated: Fri, 02 Oct 2020 07:45 PM (IST)
Hathras Case : अपने प्रतिनिधिमंडल को हाथरस जाने से रोकने पर तृणमूल ने कहा-उत्तर प्रदेश में जंगलराज है
‘बेटी बचाओ’ अभियान के पैरोकार के रुप में खुद को पेश कर लड़की के परिवार सदस्यों को धमका रहे हैं।

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : तृणमूल कांग्रेस ने अपने चार सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को हाथरस कांड की पीड़िता के परिवार से मिलने से रोके जाने पर शुक्रवार को कहा कि उत्तर प्रदेश में जंगलराज है। हालांकि बंगाल की भाजपा इकाई ने तृणमूल कांग्रेस से मौत का राजनीतिकरण करना बंद करने और महिलाओं के खिलाफ अपराध से निपटने में अपना अबतक का रिकॉर्ड देखने को कहा। 

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पुलिस ने की धक्का-मुक्की, सांसद डेरेक गिर भी पड़े

तृणमूल कांग्रेस द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि पार्टी के राज्यसभा सदस्य डेरेक ओ ब्रायन के नेतृत्व वाला प्रतिनिधिमंडल 19 वर्षीय दलित लड़की (पीड़िता) के परिजनों से मिलना चाहता था और उसके शोकाकुल माता-पिता के साथ एकजुटता प्रदर्शित करना चाहता था। लेकिन पुलिस ने उन्हें जाने से रोक दिया और धक्का-मुक्की भी की जिसमें सांसद डेरेक गिर भी पड़े। 

आंतक के राज की खुली छूट, मर्यादा की सारी हदें पार  

प्रतिनिधिमंडल की तीन अन्य सदस्य डॉ काकोली घोष दस्तीदार, प्रतिमा मंडल और ममता ठाकुर थी। घटना की निंदा करते हुए तृणमूल कांग्रेस के महासचिव व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने दावा किया कि उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने ‘‘आंतक के राज’’ की खुली छूट दे रखी है और मर्यादा की सारी हदें पार कर दी है। 

मामले की लीपापोती, विपक्ष के खिलाफ क्रूर बल प्रयोग

उन्होंने कहा, ‘‘क्या यह लोकतंत्र है? सांसदों के साथ धक्कामुक्की की जा रही और उन्हें धकेल कर जमीन पर गिराया जा रहा है। पुलिस अधिकारियों ने संसद सदस्यों के साथ ऐसा करने का साहस कैसे किया? एक दलित लड़की की रक्षा करने में नाकाम रही और अब मामले की लीपापोती करने में व्यस्त राज्य सरकार विपक्ष के खिलाफ क्रूर बल प्रयोग कर रही है।’’ 

‘बेटी बचाओ’ कैंपेन के पैरोकार परिजनों को धमका रहे

टीवी दृश्यों के मुताबिक सफेद सांसद डेरेक ओ ब्रायन को उस वक्त धकेल कर जमीन पर गिरा दिया गया जब वह आगे बढ़ने की कोशिश कर रहे थे। उन्होंने कहा, ‘‘जो लोग ‘बेटी बचाओ’ अभियान के पैरोकार के रूप में खुद को पेश करने की कोशिश कर रहे थे वे अब लड़की के परिवार के सदस्यों को धमका रहे हैं। उत्तर प्रदेश में जंगलराज है। यह शर्मनाक है।’’ 

यूपी सरकार सच्चाई को छिपाने की कोशिश कर रही है

तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व प्रवक्ता सौगत राय ने कहा कि उप्र सरकार ‘‘सच्चाई को छिपाने की कोशिश कर रही है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यही कारण है कि योगी सरकार मीडिया और विपक्षी पार्टी के नेताओं को पीड़िता के परिवार के सदस्यों से नहीं मिलने दे रही है।’’ 

सांसद पीड़िता के घर से करीब एक किमी दूर धरने पर

पार्टी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर कहा गया है कि उत्तर प्रदेश पुलिस की बदसलूकी के बाद उनके सांसद पीड़िता के घर से करीब एक किमी दूर धरना पर बैठ गये हैं। हालांकि, प्रदेश भाजपा प्रमुख दिलीप घोष ने बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी पर मुद्दे का राजनीतिकरण की कोशिश का आरोप लगाया। 

हाथरस में बुधवार देर रात ही किया गया अंतिम संस्कार

गौरतलब है कि गत 14 सितंबर को हाथरस जिले के चंदपा थाना क्षेत्र स्थित एक गांव की रहने वाली 19 वर्षीय दलित लड़की से चार लोगों ने कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म किया था। बाद में उसे दिल्ली स्थित सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया था, जहां मंगलवार तड़के उसकी मौत हो गई। परिजनों ने यह आरोप भी लगाया कि प्रशासन ने हाथरस में बुधवार देर रात जबरन उसका दाह-संस्कार भी कर दिया।


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