West Bengal : डिजिटल इंडिया योजना के तहत अब चेहरे की फोटो से भी कर सकेंगे हवाई सफर
नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा प्रबंधन विमान सफर को आसान बनाने के लिए ‘डिजियात्र’ सेवा शुरू करने जा रहा है।
कोलकाता, जागरण संवाददाता। नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा प्रबंधन विमान सफर को आसान बनाने के लिए ‘डिजियात्र’ सेवा शुरू करने जा रहा है। इसकी मदद से अब बोर्डिग कार्ड के लिए लंबी कतार में खड़े होने के बजाय अपने चेहरे की तस्वीर खींचकर भी विमान में चढ़ सकते हैं। मार्च, 2020 से ही यह सेवा शुरू हो जाने की उम्मीद है।
हवाई अड्डे के अधिकारी कौशिक भट्टाचार्य ने बताया कि फिलहाल एयर इंडिया और विस्तारा विमान कंपनी की सेवा लेने वाले यात्री ही ‘फेस रिकॉगनिशन’ नामक इस सुविधा का लाभ उठा सकेंगे। नई व्यवस्था के साथ ही पुराने तरीके वाली बोर्डिग पास की भी सेवा बहाल रहेगी। बाद में देशभर में यह सेवा शुरू हो जाने के बाद बोर्डिग पास छापने की जरुरत नहीं पड़ेगी। इससे कागज भी बचेगा।
ऐसे काम करेगी ‘डिजियात्र’ सुविधा : एयरपोर्ट के एक अधिकारी ने बताया कि केंद्र सरकार की डिजिटल इंडिया योजना के अधीन ही यह नई सुविधा शुरू होने जा रही है। हवाई सफर के लिए एयरपोर्ट पहुंचने वाले यात्री टर्मिनल में प्रवेश करते ही अपने चेहरे की तस्वीर खींचेंगे। इसके लिए फेस ‘रिडिंग मशीन’ लगाई जाएगी। एयर इंडिया और विस्तारा विमान से सफर करने के इच्छुक यात्रियों को सबसे पहले रजिस्ट्रेशन करवाने होंगे। इस दौरान आधार कार्य व अन्य पहचान पत्र दिखाने के अलावा अपने चेहरे की तस्वीर भी खींचवानी होगी। इसके लिए टर्मिनल के प्रवेश द्वार और भीतर रजिस्ट्रेशन किआस्क लगाया जाएगा।
वहां रजिस्ट्रेशन करवाते ही यात्री के मोबाइल फोन पर लिंक आ जाएगा, जिसमें बोर्डिग पास अंकित रहेगा। यात्री की तस्वीर मिलान करने के लिए सिक्यूरिटी चेक और बोर्डिग द्वारा पर दो मशीने लगाई जाएगी। ‘डिजियात्र’ सेवा लेने के इच्छुक यात्रियों ने तीन बार उक्त गेट से गुजरना होगा। हालांकि कुछ लोग अपनी तस्वीर लगाने को लेकर आपत्ति कर सकते हैं इसलिए इसे फिलहाल अनिवार्य नहीं किया गया है।
क्या होगा फायदा
हवाई अड्डा प्रबंधन की मानें तो ‘डिजियात्र’ की सेवा लेने वाले यात्रियों को लंबी कतार में खड़ा नहीं होना पड़ेगा। जिस तरह मेट्रो रेल के यात्री विशेष मशीन में स्मार्ट कार्ड स्पर्श कर स्टेशन परिसर में प्रवेश कर जाते हैं, उसी प्रकार हवाई सफर के लिए आए यात्री भी बिना कतार में खड़े हुए विशेष मशीन से गुजर कर प्रवेश कर सकते हैं। वर्तमान में हवाई अड्डा में प्रवेश करने से पहले वहां की सुरक्षा में तैनात सीआइएसएफ के जवान टिकट और पहचान पत्र देखने के बाद ही परिसर में प्रवेश की इजाजत देते हैं, जिस कारण लंबी लाइन लग जाती है। पर नई सुविधा से इससे भी बचा जा सकेगा।
‘डिजियात्र’ की निगरानी करने वाली संस्था के अधिकारी ने बताया कि देश के 132 हवाई अड्डों में से कोलकाता के अलावा बनारस, पुणो, विजयवाड़ा, दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरू हवाई अड्डों पर उक्त सेवा पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू होने जा रही है। मालूम हो कि हिथरो, जेएफके और चांगी जैसे विश्व के मशहूर हवाई अड्डों पर यह सेवा शुरू भी हो चुकी है। जापान की नारिटा और अमेरिका की डेल्टा उड़ान संस्था भी यह सेवा शुरू कर चुकी है।
मार्च से शुरू हो जाएगी ‘डिजियात्र’ नामक सेवा