अब भाजपा विधायक हिरन चटर्जी ने छोड़ा पार्टी का Whatsapp ग्रुप, कहा-पार्टी नहीं छोड़ रहे
भाजपा विधायक हिरन चटर्जी ने बुधवार को केंद्रीय मंत्री शांतनु ठाकुर की तरह पार्टी की प्रदेश इकाई का सभी वाट्स ऐप ग्रुप छोड़ दिया लेकिन साथ ही यह भी कहा है कि उनकी पार्टी छोड़ने की कोई योजना नहीं है। चटर्जी एक साल पहले भाजपा में शामिल हुए थे
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : भाजपा विधायक हिरन चटर्जी ने बुधवार को केंद्रीय मंत्री शांतनु ठाकुर की तरह पार्टी की प्रदेश इकाई का सभी वाट्स ऐप ग्रुप छोड़ दिया लेकिन साथ ही यह भी कहा है कि उनकी पार्टी छोड़ने की कोई योजना नहीं है। चटर्जी एक साल पहले भाजपा में शामिल हुए थे और उन्होंने पिछले साल अप्रैल-मई में खड़गपुर सदर से विधानसभा चुनाव जीता था।
उन्होंने हाल में गठित पार्टी की प्रदेश एवं जिला समितियों में पिछड़े मतुआ समुदाय के निम्न प्रतिनिधित्व का आरोप लगाते हुए पार्टी की प्रदेश इकाई के सभी वाट्स ऐप ग्रुप छोड़ दिया है। चटर्जी मतुआ समुदाय से आते हैं।
पिछले बंगाल विधानसभा चुनाव में पश्चिम मेदिनीपुर जिले में पार्टी के एकमात्र विजेता रहे चटर्जी ने कहा-'मेरा फैसला इस अहसास पर आधारित है कि प्रदेश भाजपा को मेरी सेवा की जरूरत नहीं है। मेरे चुनाव क्षेत्र में पार्टी के कार्यक्रमों से संबंधित निर्णय मेरी जानकारी के बिना लिए जा रहे हैं।
पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व मेरी स्थिति के प्रति सहानुभूतिपूर्ण है और इस मुद्दे को प्रदेश इकाई के सामने उठाने का वादा किया था लेकिन कुछ नहीं हुआ। चटर्जी ने मेदिनीपुर से पार्टी सांसद और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष का नाम लिये बगैर कहा-'जब मैं अपने चुनाव क्षेत्र से दूर रहता हूं, तब खड़गपुर जिला अध्यक्ष, जो पूर्व प्रदेश पार्टी अध्यक्ष थे, पार्टी इकाई के कार्यक्रमों के संबंध में सभी निर्णय एकतरफा ढंग से लेते हैं।’
जब हिरन से पूछा गया कि क्या उनकी पार्टी छोड़ देने की योजना है, तब उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा-'नहीं, मैं नरेंन्द्र मोदी के नेतृत्व में काम करना चाहता हूं। मुझे भाजपा उम्मीदवार के तौर पर खड़गपुर सदर के लोगों ने वोट दिया है। मैं अपने केंद्रीय नेताओं के मार्गदर्शन में एक निष्ठावान भाजपा कायकर्ता के रूप में खड़गपुर के लोगों के लिए काम करूंगा।'
जब इस संबंध में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजुमदार से संपर्क किया गया, तो उन्होंने कहा-'हमारे पास इस विषय में कहने के लिए कुछ नहीं है।’
चटर्जी ने पहले भी तब एतराज किया था, जब खड़गपुर शहर में भाजपा के होर्डिंग्स से उनकी तस्वीर गायब थी। उन होर्डिंग्स में घोष, नड्डा और विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी की तस्वीरें थीं।
तब उन्होंने कहा था-'मेरी तस्वीर गायब होने की वजह मुझे पता नहीं है लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। खड़गपुर के लोग मेरे साथ हैं।'