नोबेल पुरस्कार विजेता प्रो.अभिजीत विनायक बनर्जी वंचितों के जीवन में सार्थक बदलाव लाने की पहल
नोबेलपुरस्कार विजेता अभिजीत विनायक बनर्जी और बिजनेस लीडर संजीव पुरी ने विकास के एजेंडे की रूपरेखा के बारे में विचार साझा किए। बनर्जी ने कहा बंधन के टार्गेटिंग द हार्डकोर पूअर प्रोग्राम ने आर्थिक रूप से उत्पादक संपत्तियों को गरीब लोगों के लिए उपलब्ध कराकर उनके उत्थान में मदद की।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। विमर्शकारी वेबिनार में प्रसिद्ध अर्थशास्त्री और नोबेल पुरस्कार विजेता, प्रो.अभिजीत विनायक बनर्जी और मशहूर बिजनेस लीडर, संजीव पुरी, अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक, आइटीसी लिमिटेड ने विकास के एजेंडे आगे की रूपरेखा के बारे में अपने विचार साझा किए। बंधन-कोननगर की 20वीं वर्षगांठ के अवसर पर विमर्शकारी वेबिनार आयोजित किया गया।
प्रो. बनर्जी ने कहा, 'बंधन के टार्गेटिंग द हार्डकोर पूअर (टीएचपी) प्रोग्राम ने आर्थिक रूप से उत्पादक संपत्तियों को गरीब से गरीब लोगों के लिए उपलब्ध कराकर उनके उत्थान में मदद की। प्रो. बनर्जी ने आगे बताया, 'वर्तमान में, विश्व बैंक, संयुक्त राष्ट्र और ओईसीडी सहित दुनिया भर के विभिन्न संगठनों ने टीएचपी की पॉलिसी में रूचि प्रकट की है।'
संजीव पूरी ने कहा, 'विकास टिकाऊ एवं समावेशी होना चाहिए और प्रगति में डिजिटल तकनीकों का सहारा लिया जाना चाहिए। संगठनों को आर्थिक, पर्यावरणीय और सामाजिक पूंजी पर ध्यान देने की आवश्यकता है।'
बंधन के संस्थापक, चंद्र शेखर घोष ने बताया, 'पिछले दो दशक बेहद संतोषजनक रहे हैं। वंचितों के जीवन में सार्थक बदलाव लाने के लिए किया गया एक प्रयास अब एक अभियान बन चुका है।'
एक एनजीओ के तौर पर बंधन-कोननगर ने वित्तीय और सामाजिक दोनों को बढ़ावा देने एवं वंचितों के उत्थान के लिए ठोस कदम उठाये हैं। यह स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा, आजीविका प्रोत्साहन, वित्तीय साक्षरता एवं रोजगार सृजन जैसे क्षेत्रों में विकासात्मक गतिविधियां चलाने के प्रति संकल्पित है।
बंधन-कोननगर बड़े पैमाने पर सामाजिक बदलाव लाने के उद्देश्य से कई कार्यक्रम चला रहा है। ये कार्यक्रम लोगों की उन जरूरतों को पूरा करते हैं, जिन पर अत्यधिक ध्यान देने की आवश्यकता है और जिन्हें पूरा किया जाना समुदाय और राष्ट्र पर दीर्घकालिक सकारात्मक प्रभाव डालने की दृष्टि से महत्वपूर्ण है।