नेताजी के प्रपौत्र ने केपीटी के नाम पर फिर से विचार करने के लिए प्रधानमंत्री से किया अनुरोध
चंद्र कुमार बोस ने कहा- भारत की आजादी के बाद केपीटी के अंतर्गत कलकत्ता डॉक का नाम नेताजी के नाम पर रखा गया था प्रधानमंत्री ने कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट के 150 साल होने के समारोह में घोषणा की थी कि इसका नाम श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नाम पर होगा।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। महान स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस के प्रपौत्र और भाजपा नेता चंद्र कुमार बोस ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अनुरोध किया कि कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट (केपीटी) का नाम भारतीय जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नाम पर करने के प्रस्ताव पर फिर से विचार करें, क्योंकि भारत की आजादी के बाद केपीटी के अंतर्गत कलकत्ता डॉक का नाम नेताजी के नाम पर रखा गया था।
बोस ने ट्वीट किया, ''यह श्यामा प्रसाद मुखर्जी का अपमान होगा अगर कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट का नाम उनके नाम पर रखा गया, क्योंकि भारत की आजादी के बाद केपीटी के अंतर्गत कलकत्ता डॉक का नाम नेताजी के नाम पर रखा गया। हम प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी से इस प्रस्ताव को वापस लेने का अनुरोध करते हैं।''
बोस ने प्रधानमंत्री और पार्टी के शीर्ष नेताओं अमित शाह और जेपी नड्डा को इस महीने की शुरुआत में पत्र लिखकर कुछ मुद्दे उठाए थे और चिंताएं व्यक्त की थी।बोस के मुताबिक 2021 के विधानसभा चुनावों के पहले इन मुद्दों का समाधान होना चाहिए।
महान स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस के प्रपौत्र और भाजपा नेता चंद्र कुमार बोस ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अनुरोध किया कि कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट (केपीटी) का नाम भारतीय जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नाम पर करने के प्रस्ताव पर फिर से विचार करें, क्योंकि भारत की आजादी के बाद केपीटी के अंतर्गत कलकत्ता डॉक का नाम नेताजी के नाम पर रखा गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनवरी में कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट के 150 साल होने के समारोह में घोषणा की थी कि इसका नाम श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नाम पर होगा। देश के पहले उद्योग और आपूर्ति मंत्री मुखर्जी हिंदू महासभा के नेता और भारतीय जनसंघ के संस्थापक थे।
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