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कोलकाता में नौसेना बेस आइएनएस नेताजी सुभाष में उत्साह से मनाई गई नेताजी की 125वीं जयंती

पराक्रम दिवस को चिन्हित करने के लिए नेताजी की देशभक्ति बहादुरी दूरदर्शिता और नेतृत्व पर प्रकाश डालने के लिए एक वार्ता सत्र का भी यहां आयोजन किया गया। इसमें वरिष्ठ नौसेना अधिकारियों ने देश को आजाद कराने में नेताजी के योगदान और उनकी दूरदर्शिता पर विस्तार से प्रकाश डाला

By Priti JhaEdited By: Published: Mon, 24 Jan 2022 08:17 AM (IST)Updated: Mon, 24 Jan 2022 08:17 AM (IST)
कोलकाता में नौसेना बेस आइएनएस नेताजी सुभाष में उत्साह से मनाई गई नेताजी की 125वीं जयंती
कोलकाता में नौसेना बेस आइएनएस नेताजी सुभाष में बोस की मूर्ति पर माल्यार्पण करने के बाद नौसेना के वरिष्ठ अधिकारीगण।

जागरण संवाददाता, कोलकाता। आजादी के महानायक नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती कोलकाता स्थित पश्चिम बंगाल में भारतीय नौसेना के प्रमुख बेस आइएनएस नेताजी सुभाष में उत्साह के साथ मनाई गई। इस मौके पर पश्चिम बंगाल में नौसेना के प्रभारी अधिकारी (एनओआइसी) कमोडोर ऋतुराज साहू ने यहां स्थित नेताजी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किया। उनके अलावा नौसेना के वरिष्ठ अधिकारियों, नाविकों व अन्य रक्षा कर्मियों ने भी नेताजी की मूर्ति पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया।

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इस अवसर पर पराक्रम दिवस को चिन्हित करने के लिए नेताजी की देशभक्ति, बहादुरी, दूरदर्शिता और नेतृत्व पर प्रकाश डालने के लिए एक वार्ता सत्र का भी यहां आयोजन किया गया। इसमें वरिष्ठ नौसेना अधिकारियों ने देश को आजाद कराने में नेताजी के योगदान और उनकी दूरदर्शिता पर विस्तार से प्रकाश डाला। इस दौरान कमोडोर ऋतुराज साहू ने कहा कि नेताजी का आदर्श एवं देश को आजादी दिलाने में उनका योगदान हर भारतीय को हमेशा प्रेरित करता रहेगा। बताते चलें कि इस नौसेना बेस का नाम नेताजी सुभाष चंद्र बोस के नाम पर ही है। कोलकाता के हेस्टिंग्स इलाके में हुगली नदी के किनारे यह नौसेना बेस स्थित है। पूरे बंगाल में नौसेना की पूरी गतिविधियां यहीं से संचालित होती है।

आम नागरिकों की सहायता के लिए नौसेना द्वारा लगातार चलाई जा रही विभिन्न गतिविधियां

उल्लेखनीय है कि एनओआइसी के निर्देशन में बंगाल के विभिन्न हिस्सों में नौसेना द्वारा आम नागरिकों से जुड़ने व उनकी सहायता के लिए लगातार विभिन्न गतिविधियां चलाई जा रही है। नौसेना ने दक्षिण 24 परगना और पूर्व मेदिनीपुर जिले में चक्रवात यास से हुए नुकसान के बाद बड़े पैमाने पर राहत अभियान चलाया था। यास के अलावा अन्य चक्रवात व प्राकृतिक आपदा के समय भी इस नौसेना बेस द्वारा बढ़-चढ़कर राहत अभियान चलाया गया। इसके अलावा तटीय क्षेत्र में मछली पकड़ने वाले गांवों के लोगों व मछुआरों के साथ भी नौसेना नियमित रूप से संपर्क में रहती है और उनकी मदद के लिए निशुल्क चिकित्सा शिविर व अन्य कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाता है।

इसके साथ ही युवाओं को भारतीय नौसेना में शामिल होने के लिए प्रेरित करने को भी नौसेना अभियान चलाती रहती है। कमोडोर साहू ने कहा कि मछुआरा समुदाय और तटवर्ती क्षेत्रों के ग्रामीण तटीय सुरक्षा के लिए कान और आंख हैं और वे हमेशा भारतीय नौसेना के साथ हैं। 


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