राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित फिल्मकार बुद्धदेव दासगुप्ता का निधन, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने निधन पर जताया शोक
राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित फिल्मकार बुद्धदेव दासगुप्ता का निधन लंबे समय से किडनी की बीमारी से थे पीड़ित ममताबनर्जी ने निधन पर शोक जताते हुए इसे फिल्म जगत के लिए बहुत बड़ी क्षति बताया है। बुद्धदेव दासगुप्ता की पांच फिल्मों को सर्वोत्तम फीचर फिल्म श्रेणी में राष्ट्रीय पुरस्कार मिला है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित फिल्मकार बुद्धदेव दासगुप्ता (77) का गुरुवार सुबह दक्षिण कोलकाता स्थित उनके निवास स्थल में निधन हो गया। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उनके निधन पर शोक जताते हुए इसे फिल्म जगत के लिए बहुत बड़ी क्षति बताया है। बांग्ला फिल्म जगत ने भी बुद्धदेव दासगुप्ता के निधन पर गहरा शोक जताया है। बुद्धदेव दासगुप्ता की पांच फिल्मों को सर्वोत्तम फीचर फिल्म श्रेणी में राष्ट्रीय पुरस्कार मिला है।
पारिवारिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बुद्धदेव दासगुप्ता लंबे समय से किडनी की बीमारी से पीड़ित थे और उनकी डायलिसिस चल रही थी। गुरुवार को भी उनकी डायलिसिस होने वाली थी लेकिन उससे पहले ही उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई और प्रात: करीब छह बजे उन्होंने आखिरी सांस ली। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उनके निधन पर शोक जताते हुए इसे फिल्म जगत के लिए बहुत बड़ी क्षति बताया है। बांग्ला फिल्म जगत ने भी बुद्धदेव दासगुप्ता के निधन पर गहरा शोक जताया है।
बुद्धदेव दासगुप्ता की पांच फिल्मों को सर्वोत्तम फीचर फिल्म श्रेणी में राष्ट्रीय पुरस्कार मिला है। उन्हें 'उत्तरा' और 'स्वपनेर दिन' के निर्देशन के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। बाघ बहादुर, ताहदेर कथा, उत्तरा, गृहयुद्ध, कालपुरूष बुद्धदेव दासगुप्ता की उल्लेखनीय फिल्में हैं। बुद्धदेव दासगुप्ता साहित्य जगत में भी जाना पहचाना नाम हैं। बुद्धदेव दासगुप्ता के बेहद करीबी रहे प्रख्यात फिल्मकार गौतम घोष ने कहा-'वे अंतरराष्ट्रीय स्तर के फिल्मकार थे। उनके साथ मेरी बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं। हमने काफी समय साथ में बिताया है।' जाने-माने साहित्यकार कमलेश्वर मुखोपाध्याय ने कहा कि बुद्धदेव दासगुप्ता का निधन अपूरणीय क्षति है।