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#NabannaChalo: आंदोलन को लेकर विजयवर्गीय समेत भाजपा के 25 से अधिक नेताओं पर सात एफआइआर

भाजपा युवा मोर्चा की ओर से आयोजित नवान्न अभियान के दौरान निकाले गए मार्च को कानूनों का उल्‍लंघन करार देते हुए कोलकाता पुलिस ने दिग्‍गज भाजपा नेताओं पर केस दर्ज किया है। भाजपा ने नवान्न तक बिना अनुमति के मार्च निकाला और महामारी अधिनियम के प्रावधानों का उल्लंघन किया।

By Vijay KumarEdited By: Published: Fri, 09 Oct 2020 04:39 PM (IST)Updated: Fri, 09 Oct 2020 05:19 PM (IST)
#NabannaChalo: आंदोलन को लेकर विजयवर्गीय समेत भाजपा के 25 से अधिक नेताओं पर सात एफआइआर
पुलिस की कार्रवाई में उसके 1500 से ज्यादा कार्यकर्ता घायल

कोलकाता, राज्य ब्यूरो। बंगाल में भाजपा के राज्य सचिवालय (नवान्न) चलो अभियान के दौरान विरोध-प्रदर्शन में हुई हिंसक घटनाओं के एक दिन बाद कोलकाता पुलिस ने हेस्टिंग थाने में शुक्रवार को भाजपा के सांसदों समेत 25 से अधिक शीर्ष नेताओं के खिलाफ गैरकानूनी तरीके से भीड़ जुटाने और कानूनों के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए  सात एफआइआर दर्ज की हैं।

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जिन लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है उनमें भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव व बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल रॉय, सांसद लॉकेट चटर्जी, सांसद अर्जुन सिंह, नेता राकेश सिंह,भारती घोष,जयप्रकाश मजूमदार, बिश्वजीत घोष, बिपुल सरकार प्रमुख हैं। नवान्न अभियान के लिए अवैध रूप से जमावड़ा, पुलिस पर हमले, ट्रैफिक रोकना, बैरिकेड तोड़ना समेत कई धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गई है। 

भाजपा द्वारा बंगाल में बेरोजगारी, शिक्षा समेत कानून व्यवस्था व पार्टी नेताओं, कार्यकर्ताओं की कथित हत्या के विरोध में गुरुवार को नवान्न चलो आंदोलन किया था जिसमें जगह-जगह पुलिस द्वारा रोके जाने पर बवाल हुआ था। पुलिस ने लाठीचार्ज, आंसू गैस, जल कमान का जमकर इस्तेमाल किया। कई जगह पथराव भी हुए। पुलिस के मुताबिक बम भी फेंके गए और एक हथियार भी मिले। हालांकि, भाजपा नेताओं ने पुलिस पर ही बम से हमले का आरोप लगाया है। भाजपा के युवा विंग के कार्यकर्ताओं ने कल रात जोड़ासांको थाने के सामने धरना दिया और मार्च के दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं पर कथित रूप से हमले के लिए पुलिस के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की थी। भाजपा नेताओं का कहना है कि इस सरकार ने सत्ता में बने रहने के सभी नैतिक अधिकार खो दिए हैं। पुलिस ने बिना किसी उकसावे के हमारे लोगों को बेरहमी से पीटा और पार्टी कार्यकर्ताओं पर रसायनों के साथ मिश्रित रंग जल कमान से फेंके गए जिससे कई लोग गंभीर रूप से घायल व बीमार हो गए।

वहीं पुलिस का कहना है कि भाजपा नेताओं ने कोरोना प्रोटोकॉल को धता बता कर कोलकाता और हावड़ा की सड़कों पर हजारों पार्टी कार्यकर्ताओं को इकट्ठा किए और हिंसा हुई। प्राथमिकी दर्ज की गई है। भाजपा के केंद्रीय नेता कैलाश विजयवर्गीय ने आरोप लगाया कि पुलिस ने शांतिपूर्ण आंदोलन पर बर्बर हमले किए। हम हिंसा का जवाब हिंसा से दे सकते थे लेकिन हमलोग शांतिपूर्ण आंदोलन में विश्वास करते हैं और शांति बनाए रखें।


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